अस्पताल में शुक्रवार रात्रि करीब 12 बजे अचानक ट्रोमा वार्ड की सप्लाई प्रभावित हो गई। इससे मरीजों ने तेज तेज सांस लेना शुरू दिया। मरीजों की सांसें उखड़ते देख एक रेजीडेंट चिकित्सक ने अन्य रेजीडेंट चिकित्सकों की सूचना दी जिस पर तुरंत रेजीडेंट चिकित्सक पहुंच गए और व्यवस्था संभाल ली। हालांकि इस दौरान तीन मरीजों की हालत गंभीर हो गई।
इनमें से रात करीब 1.15 बजे तक दो मरीजों की मौत हो चुकी। परिवारजन ने मचाया हल्ला, शुर कर दिया विलापमरीजों के परिजन के हल्ला मचाने के साथ विलाप करना शुरू कर दिया, मगर पुलिस ने परिजन को ढांढस बंधाते हुए कहा कि चिकित्सकों की टीम जुटी हुई है। ऑक्सीजन सप्लाई शुरू हो गई है, इसके बाद परिजन शांत हुए।
हर मरीज के बेड पर तैनात रहे चिकित्सक ट्रोमा वार्ड में हर मरीज के पास एक-एक रेजीडेंट एवं गंभीर मरीज के साथ टीम के रूप में रेजीडेंट चिकित्सक व स्टाफ जुटा रहा। ट्रोमा के आमने सामने के दो वार्ड में ऑक्सीजन सप्लाई सुचारू करने के लिए देर रात तक टीम जुटी रही। प्लांट पर कार्यरत स्टाफ के अनुसार ऑक्सीजन फ्लो कम हुआ है। अस्पताल प्रशासन की ओर से देर रात तक कई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ.वी.बी.सिंह व अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन को फोन लगाया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।