पुलिस के अनुसार आभूषण निर्माता दूदू सदर बाजार निवासी गिरधारीलाल बुधवार को ज्वैलरी बनवाने के सिलसिले में एक बैग में सोना लेकर नया बाजार आया। यहां गोल प्याऊ के निकट गिरधारीलाल को पुलिसिया अंदाज में दो युवकों ने रोका। उन्होंने गणतंत्र दिवस और लोकसभा उप चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए विस्फोटक सामग्री की तलाशी का
अभियान चलने की बात कही। उन्होंने गिरधारी लाल को बैग में रखा सामान दिखाने को कहा। गिरधारीलाल ने तलाशी के लिए बैग खोल कर दिखा दिया। तलाशी के दौरान ठगों ने शातिराना तरीके से बैग से 60 ग्राम सोने का पैकेट निकाल लिया। तलाशी के बाद गिरधारीलाल कुछ दूरी पर जाकर वापस बैग खोल कर देखा तो उसमें से सोना नदारद था। यह देख उसके होश उड़ गए। वह दौड़कर वापस गोल प्याऊ पहुंचा लेकिन तब तक ठग भाग चुके थे। पीडि़त ने कोतवाली थाने में मामले की शिकायत दी। गिरधारी के अनुसार ठगों ने लम्बी जैकेट और जींस पहन रखी थी। पुलिस ने ठगी का मामला दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
सीसीटीवी में ठगों की तलाश
पुलिस ठगों की नया बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में तलाश में जुटी है। हालांकि अभय कमांड सेंटर के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में अभी कोई संदिग्ध नजर नहीं आया।
पुलिस ठगों की नया बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में तलाश में जुटी है। हालांकि अभय कमांड सेंटर के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में अभी कोई संदिग्ध नजर नहीं आया।
कई बार हो चुके ऐसे हादसे
ठगों द्वारा नकली पुलिस बनकर वारदात की दर्जनों वारदात हर शहर में हो चुकी है। ऐसे ठग खासतौर पर बुजुर्गों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को पहले से ही चुन लेते हैं। यह नकली पुलिसवाले बनकर उन्हें तलाशी देने या सोने-चांदी के जेवर उतारकर रूमाल या कागज में रखने को कहते हैं। बाद में रुमाल या कागज में सफाई से पत्थर देकर जेवर पार कर लेते हैं।
ठगों द्वारा नकली पुलिस बनकर वारदात की दर्जनों वारदात हर शहर में हो चुकी है। ऐसे ठग खासतौर पर बुजुर्गों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को पहले से ही चुन लेते हैं। यह नकली पुलिसवाले बनकर उन्हें तलाशी देने या सोने-चांदी के जेवर उतारकर रूमाल या कागज में रखने को कहते हैं। बाद में रुमाल या कागज में सफाई से पत्थर देकर जेवर पार कर लेते हैं।