भूखंड के लिए एक भी आवेदन नहीं
हाउसिंग बोर्ड ने पंचशील आवासीय योजना में 12 भूखंडों को नीलामी के जरिए बेचने के लिए मुहरबंद आवेदन मांगे। इसमें 106 वर्ग मीटर से 216 वर्ग मीटर तक अलग अलग 12 भूखंड है। इनके लिए 36600 से 38600 रुपए प्रति वर्ग मीटर की न्यूनतम दर रखी है। इसमें पांच भूखंड कॉर्नर भी हैं। इसके लिए आठ जून अन्तिम तिथि रखी गई है लेकिन अभी तक एक भी आवेदन नहीं मिला है।
हाउसिंग बोर्ड ने पंचशील आवासीय योजना में 12 भूखंडों को नीलामी के जरिए बेचने के लिए मुहरबंद आवेदन मांगे। इसमें 106 वर्ग मीटर से 216 वर्ग मीटर तक अलग अलग 12 भूखंड है। इनके लिए 36600 से 38600 रुपए प्रति वर्ग मीटर की न्यूनतम दर रखी है। इसमें पांच भूखंड कॉर्नर भी हैं। इसके लिए आठ जून अन्तिम तिथि रखी गई है लेकिन अभी तक एक भी आवेदन नहीं मिला है।
पहले ही 956 मकान खाली
हाउसिंग बोर्ड ने किशनगढ़ के खोड़ा गणेश रोड पर 1000, ब्यावर के गढ़ी थोरियान में 1154, नसीराबाद में 1012, दौराई में 632 तथा नाकामदार में 1047 मकानों का निर्माण किया। इसमें गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले सहित अल्प आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग, उच्च आय वर्ग के लिए अलग अलग आवास बनाए गए। सभी योजनाओं में आवेदन के समय लोगों ने खासा उत्साह दिखाया लेकिन जब मकान बनकर तैयार हो गए तो कई लोगों ने इन मकानों से किनारा कर लिया। ऐसे में किशनगढ़ में 540, ब्यावर में 247, नसीराबाद में 90, दौराई में 32, नाकामदार में 47 मकान खाली रह गए।
हाउसिंग बोर्ड ने किशनगढ़ के खोड़ा गणेश रोड पर 1000, ब्यावर के गढ़ी थोरियान में 1154, नसीराबाद में 1012, दौराई में 632 तथा नाकामदार में 1047 मकानों का निर्माण किया। इसमें गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले सहित अल्प आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग, उच्च आय वर्ग के लिए अलग अलग आवास बनाए गए। सभी योजनाओं में आवेदन के समय लोगों ने खासा उत्साह दिखाया लेकिन जब मकान बनकर तैयार हो गए तो कई लोगों ने इन मकानों से किनारा कर लिया। ऐसे में किशनगढ़ में 540, ब्यावर में 247, नसीराबाद में 90, दौराई में 32, नाकामदार में 47 मकान खाली रह गए।
हरी झंडी का इंतजार
हाउसिंग बोर्ड ने इन खाली पड़े मकानों का आवंटन नीलामी के जरिए करने की योजना बनाई लेकिन रियल स्टेट में मंदी को देखते हुए हाउसिंग बोर्ड की योजना कागजों से बाहर नहीं निकली। बाद में हाउसिंग बोर्ड ने इन खाली पड़े मकानों को खुली बिक्री के जरिए बेचने की योजना बनाई और इसका प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा। लेकिन इस योजना को भी मुख्यालय की ओर से हरी झंडी अभी तक नहीं मिली है।
हाउसिंग बोर्ड ने इन खाली पड़े मकानों का आवंटन नीलामी के जरिए करने की योजना बनाई लेकिन रियल स्टेट में मंदी को देखते हुए हाउसिंग बोर्ड की योजना कागजों से बाहर नहीं निकली। बाद में हाउसिंग बोर्ड ने इन खाली पड़े मकानों को खुली बिक्री के जरिए बेचने की योजना बनाई और इसका प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा। लेकिन इस योजना को भी मुख्यालय की ओर से हरी झंडी अभी तक नहीं मिली है।
पंचशील योजना में आवासीय भूखंड की नीलामी के लिए अभी तक कोई आवेदन नहीं आया है। अन्तिम तिथि 8 जून है। हो सकता है तीन दिन में आवेदन आ जाए। इसी प्रकार किशनगढ़, ब्यावर, नसीराबाद, दौराई व नाकामदार में खाली पड़े मकानों की बिक्री के लिए प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय भेजे गए हैं। अभी तक मुख्यालय से कोई निर्देश नहीं मिले।
-ए.के. लखोटिया, आवासीय अभियंता आवासन मंडल अजमेर