केस : 1 अरांई पंचायत समिति के गांव गोली निवासी रामलाल ट्राइसाइकिल लेने शिविर में पहुंचा था। लेकिन अधिकारियों ने उसे व्हील चेयर देने की पेशकश की तो उसने इन्कार कर दिया। उसने बताया कि बस में बैठकर गांव से आया, फिर लोगों की मदद से टैम्पो में बैठा। सड़क पर वह चल नहीं सकता, अगर ट्राइसाइकिल होती तो वह भी यहां घूम सकता है गांव में अपना काम खुद कर सकता है। अधिकारियों ने रामलाल को बताया कि ट्राइसाइकिल सब दी जा चुकी है।
अरांई पंचायत समिति के गांव सिनोद से रामलाल शिविर में ट्राइसाइकिल लेने पहुंचे मगर उन्हें बताया कि ट्राइसाइकिलें उपलब्ध नहीं है। सब बांटी जा चुकी है, जबकि 30 से अधिक ट्राई साइकिलें रखी हैं। रामलाल ने बताया कि 1500 रुपए किराये से वैन में बैठकर वह आया, वैन से अकेले उतरने-बैठने में अक्षम, पेशाब की नली व थैली होने से हालत बेहद गंभीर इसके बावजूद विशेष योग्यजन पर अधिकारियों का कलेजा नहीं पसीजा।