तेज आंधी के साथ मामूली बूंदाबांदी भी होने के कारण धूल के गुबार थम गए और धूल मिट्टी कम उड़ी। बूंदाबांदी से तापमान में भी गिरावट आई।
जिससे लोगों को गर्मी से भी राहत मिली। हवाओं का दौर थमने के बाद हुई ठंडक से लोगों को खुशनुमा शाम का एहसास हुआ।
दिनभर तेज गर्मी, धूप और उमस के बाद शाम साढ़े पांच से छह बजे के बीच तेज हवाओं संग अंधड़ चलने लगा, जिससे धूल ही धूल हो गई लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ।