पहाड़ गंज स्थित मलूसर बावड़ी मे पानी भरा रहता था। शहर मे परम्परागत कई पुरानी बावड़ी हे जो कभी लोगों की प्यास बुझाया करती थी । अब वह बदहाली के कगार पर है। भांग बावड़ी मे नहाने से लोगों के चर्मरोग दूर हो जाते थे।
पहाड़ गंज स्थित मलूसर बावड़ी मे पानी भरा रहता था। शहर मे परम्परागत कई पुरानी बावड़ी हे जो कभी लोगों की प्यास बुझाया करती थी । अब वह बदहाली के कगार पर है। भांग बावड़ी मे नहाने से लोगों के चर्मरोग दूर हो जाते थे।