अजमेर./गगवाना. सर्दी के मौसम में अमूमन पर्याप्त मात्रा में पेयजल होता है। पानी की आपूर्ति व मांग समान होने के कारण संकट नहीं रहता, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से हालात बदल गए हैं। पानी की किल्लत वर्ष पर्यंत रहने लगी है खास कर सर्दी में आमजन आश्वस्त रहते थे, लेकिन अब गर्मी के मौसम जैसे हालात सर्दियों में भी नजर आने लगे हैं।
शहर की पैराफैरी में बसे गांवों में इन दिनों भी पेयजल संकट गहराया हुआ है। ग्रामीण महिलाआें को दूरदराज से जाकर घड़े मटके आदि सिर पर उठा कर पीने के पानी का इंतजाम करना पड़ता है। पत्रिका टीम ने शुक्रवार को रसुलपुरा ग्राम का दौरा किया। यहां महिलाएं सिर पर घड़ा उठा कर पानी के लिए जाती नजर आईं। ग्रामीणों का कहना है कि नलों में पर्याप्त पानी नहीं आता। सार्वजनिक नलों पर आए दिन पानी को लेकर मशक्कत के हालात रहते हैं। कई बार पानी की आपूर्ति अल्प अवधि में होने के कारण यहां भी पानी को लेकर आए दिन तनाव रहता हअजमेर./गगवाना. सर्दी के मौसम में अमूमन पर्याप्त मात्रा में पेयजल होता है। पानी की आपूर्ति व मांग समान होने के कारण संकट नहीं रहता, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से हालात बदल गए हैं। पानी की किल्लत वर्ष पर्यंत रहने लगी है खास कर सर्दी में आमजन आश्वस्त रहते थे, लेकिन अब गर्मी के मौसम जैसे हालात सर्दियों में भी नजर आने लगे हैं।