सभी ने शहीदों की याद में सीधे हाथ के बाजू पर इमाम जामिन बांधा रखा था व फकीरी पहनी। जुलूस खामोशी से छतरी गेट से रवाना होकर डोलियान चौक होता हुआ खादिम मौहल्ला स्थित इमामगाह पहुंचा। वहां अलम पेश किए गए और शहीदों की याद में सलाम पेश किया गया।
रविवार को चांदी का ताजिया लंगरखाना इमामगाह से दरगाह परिसर स्थित महफिल खाने की सीढिय़ों पर लाकर रखा गया। जहां सैंकड़ों अकीदतमंद ने जियारत की और ताजिए पर फूल पेश कर मन्नतें मांगी।ख्वाजा गरीब नवाज की महाना छठी सोमवार को है। छठी की दुआ में शामिल होने के लिए हजारों जायरीन पहुंचे हैं। उधर बाबा फरीद के चिल्ले की जियारत के लिए लम्बी कतार लगी है।