कार्य क्षमता से संतुष्ट दिल्ली से आई एफयूआई की सात सदस्यीय टीम (दो पायलट एवं पांच तकनीकी इंजीनियर) ने एयरक्राफ्ट से एयरपोर्ट पर लगाए गए तकनीक उपकरणों के हवा में दिए जाने वाले सिग्नल जांचे। बताया जा रहा है कि यह यूनिट डीवीओआर (डोपलर विजुअल वेरी हाई ओमीनी रेंज) और डीएमई (डिस्टेंस मैजरिंग इक्यूमेंट/दूरी मापने का यंत्र) के हवा में दिए जाने वाले सिग्नलों एवं कार्य क्षमता से संतुष्ट नजर आए है।
सौंपी दिल्ली में रिपोर्ट
एफयूआई की टीम ने अपनी रिपोर्ट दिल्ली मुख्यालय को सौंप दी है। साथ ही एक रिपोर्ट की प्रतिलिपि एयरपोर्ट प्रबंधन को भी दी है। ताकि प्रबंधन आईएफआर लाइसेंस के लिए यह फाइल डीजीसीए को भेज सके, ताकि डीवीओआर और डीएमई उपकरण के संचालन शुरू होने के बाद रात्रि में विमानों की आवाजाही के लिए किशनगढ़ एयरपोर्ट को आईएफआर (इंस्टूमेंट फ्लाइट रूट फिल्ड) लाइसेंस को मंजूरी मिल सकेगी।
एफयूआई की टीम ने अपनी रिपोर्ट दिल्ली मुख्यालय को सौंप दी है। साथ ही एक रिपोर्ट की प्रतिलिपि एयरपोर्ट प्रबंधन को भी दी है। ताकि प्रबंधन आईएफआर लाइसेंस के लिए यह फाइल डीजीसीए को भेज सके, ताकि डीवीओआर और डीएमई उपकरण के संचालन शुरू होने के बाद रात्रि में विमानों की आवाजाही के लिए किशनगढ़ एयरपोर्ट को आईएफआर (इंस्टूमेंट फ्लाइट रूट फिल्ड) लाइसेंस को मंजूरी मिल सकेगी।
एफयूआई की टीम ने एयरक्राफ्ट से ऊंचाई से एयरपोर्ट पर लगे डीएमई सिस्टम और डीवीओआर उपकरणों के एयर केलिबे्रशन की टेस्टिंग कार्य पूरा किया है। रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपी गई है। अब डीजीसीए से आईएफआर लाइसेंस की कवायद शुरू की जाएगी।
-अशोक कपूर, निदेशक, किशनगढ़ एयरपोर्ट