scriptबोले पीएम मोदी…नहीं फैंकें मैदानों-नदियों में फूल, फैलती है इनसे गंदगी | PM modi said: don't throw flowers in land and rivers | Patrika News

बोले पीएम मोदी…नहीं फैंकें मैदानों-नदियों में फूल, फैलती है इनसे गंदगी

locationअजमेरPublished: Sep 16, 2018 05:20:58 pm

Submitted by:

raktim tiwari

www.patrika.com/rajasthan-news

narendra modi

pm narendra modi

अजमेर.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आस्था के साथ पर्यावरण की शुद्धता बनाए रखी जानी चाहिए।आम तौर पर लोग मन्दिरों में चढ़ाए फूलों को नदियों में विसर्जन कर देते हैं। यह बात उन्होंने स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत अजमेर दरगाह में खादिमों से बातचीत के दौरान कही।
उनहोंने कहा फूल और अन्य सामग्री फैंकने से नदियों, तालाबों, मैदानों और पहाड़ों पर गंदगी फैलती है। जल स्त्रोत भी प्रभावित होते हैं। इस बारे में सभी को शिक्षित किया जाना जरूरी है। अजमेर में किए जा रहे प्रयास सराहनीय है। यह स्मार्ट सिटी बनाए जाने की दिशा में अच्छा कदम है। अंजुमन सैयद जादगान के अध्यक्ष सैयद मोईन हुसैन चिश्ती ने बताया कि दरगाह विकास के लिए हाल ही 61 करोड़ 22 लाख रूपए का एमओयू भी हुआ है।
बारादरी का किया दौरा

वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के बाद अंजुमन सैयद जादगान के अध्यक्ष मोईन हुसैन चिश्ती, अंजुमन यादगान के अध्यक्ष शेख अब्बदुल जर्रार चिश्ती ने आनासागर बारादरी का निरीक्षण किया। दरगाह नाजिम आई. बी. पीरजादा भी मौजूद रहे। बाद में तीनों ने नाव पर सवार होकर आनसागर झील का दौरा किया। इसके अलावा खामाखा के तीन दरवाजे पर दोनों अंजुमन अध्यक्ष, दरगाह नाजिम और जिला कलक्टर आरती डोगरा ने फोटो भी खिंचवाई।
यह रहे मौजूद

वीडियो कॉफ्रेंसिंग के दौरान जिला कलक्टर आरती डोगरा,प्रशिक्षु आईएएस तेजस्वी राना, एडीएम अबू सूफियान चौहान तथा एनआईसी के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अंकुर गोयल उपस्थित थे।

एनआईसी ने संभाला तकनीकी पक्ष
एनआईसी के जिला सूचना अधिकारी अंकुर गोयल ने बताया कि वीडियो कॉफ्रेसिंग का समस्त तकनीक कार्य एनआईसी के दल ने अंजाम दिया गया। इसके लिए आवश्यक उपकरणों को सेट किया गया। कॉन्फे्रंसिंग का प्रायोगिक परीक्षण बीते चार दिन से जारी था। इसके लिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा बीएसएनएल के माध्यम से उपलब्ध करवाई गई थी।
जब तक नहीं मिलेंगे ऑर्डर, नहीं चलाएंगे फाइल पर हम पैन

सातवें वेतनमान को लेकर महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की नाराजगी बनी हुई है। सरकार के कोई आदेश जारी करने तक कर्मचारियों ने पेन डाउन हड़ताल को जारी रखने का फैसला किया है। उधर उच्च शिक्षा विभाग ने चार विश्वविद्यालयों के कार्मिकों के वेतनमान पुनरीक्षित करने की स्वीकृति जारी की है। इसको देखते हुए मदस विश्वविद्यालय कार्मिकों को भी इसकी उम्मीद बंधी है।
सातवें वेतनमान नहीं मिलने पर प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में 12 सितम्बर सेकर्मचारियों की पेन डाउन हड़ताल जारी है। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय भी इसमें शामिल है। यहां भी कार्मिकों के असहयोग के चलते कई पत्रावलियां अटकी गई हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो