इसके बाद हरकत में आई केकड़ी थाना पुलिस ने रविवार को कादेड़ा पहुंच मामले से जुड़े लोगों से पूछताछ की। कादेड़ा पहुंचे प्रशिक्षु आरपीएस शंकरलाल मीणा, पुलिस उप निरीक्षक शंकरलाल चौधरी, सहायक पुलिस उप निरीक्षक हजारीलाल मीणा ने मृतका कन्यादेवी रेगर के पुत्र, पुत्री सहित अन्य परिजन व रिश्तेदारों समेत पड़ोसियों से पूछताछ कर बयान आदि दर्ज किए। पुलिस ने कादेड़ा निवासी पिंकी, सोनिया, महावीर,गोपीचंद निवासी कादेड़ा एवं शाहपुरा निवासी चन्द्रप्रकाश रेगर को गिरफ्तार कर लिया।
क्या है मामला
कादेड़ा निवासी कन्यादेवी के पति छीतरमल रेगर की कुछ माह पहले मृत्यु हो गई थी। पति की मृत्यु के बाद से ही वह बीमार रहने लगी। परिवार के महिला-पुरुषों ने उसका इलाज कराने के बजाए डायन बताकर प्रताडि़त किया। आरोपितों ने गत २ अगस्त की रात में डायन निकालने के नाम पर कन्यादेवी को लोहे की सांकल से पीटा। इस दौपान नाली का पानी पिलाया। इसके बाद उसे जलते हुए अंगारों पर बिठा दिया। हाथ में भी अंगारे रख दिए। इतने में भी उनका जी नहीं भरा तो उन्होंने उसे कथित रूप से मल-मूत्र का सेवन करने के लिए मजबूर कर दिया। घसीटने एवं मारपीट में उसका एक हाथ टूट गया। रातभर की प्रताडऩा को झेल नहीं पाने के चलते ३ अगस्त को शाम उसने दम तोड़ दिया।
चोरी-छिपे दाह संस्कार घटना में लिप्त लोगों ने अपना गुनाह छिपाने के लिए उसका आनन-फानन में दाह संस्कार का दिया। पंच पटेलों तक बात पहुंचने पर उन्होंने भी लीपापोती की। विधवा महिला के पन्द्रह वर्षीय पुत्र ने चाइल्ड लाइन को फोन पर इसके बारे में बताया, तब जाकर मामला सामने आया।