यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक मीना ने कहा कि पुलिस ने मामले की हर पहलू से जांच की है। महिला द्वारा बताए घटनास्थल का भी मुआयना किया है। जांच में सामने आया है कि महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसी कोई घटना नहीं हुई है। महिला से छेडख़ानी और उसके व पति के साथ मारपीट हुई है। इस मामले में आरोपितों की तलाश जारी है। जल्द सभी आरोपित गिरफ्त में होंगे।
गांव के पास रास्ते पर ही बताया घटनास्थल पुलिस अधीक्षक मीना ने बताया कि महिला द्वारा कथित सामूहिक दुष्कर्म का घटनास्थल गांव के पास आम रास्ते पर ही बताया गया है। महिला ने समय भी शाम करीब छह बजे का बताया है। एसपी के अनुसार गांव के इतने पास और वह भी दिनदहाड़े सामूहिक दुष्कर्म की बात गले नहीं उतर रही है। शाम को गांव के लोग इस रास्ते से आते-जाते रहते हैं। पुलिस जांच में किसी ने भी इस तरह की घटना की जानकारी नहीं दी है। ऐसे में पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि सामूहिक दुष्कर्म जैसी कोई घटना नहीं हुई है।
हर पहलू की कर रहे जांच, महिला को न्याय दिलाना प्राथमिकता: चिश्ती मामले की गंभीरता को लेकर राज्य महिला आयोग (आरएससीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने सोमवार को महिला के गांव का दौरा किया। चिश्ती ने महिला द्वारा बताए गए घटनास्थल का दौरा कर महिला से भी मुलाकात की। इसके बाद धौलपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए चिश्ती ने कहा कि महिला से बात की गई है। जिला कलक्टर और एसपी से इस संबंध में जानकारी ली जा रही है। पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। महिला को न्याय दिलाना आयोग की प्राथमिकता है।
हुए महिला के 164 के बयान सोमवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष के महिला के 164 के बयान कराए गए। इसके लिए महिला को बाड़ी न्यायालय ले जाया गया। जहां बंद कमरे में मजिस्टे्रट के समक्ष महिला ने कलमबंद बयान दर्ज कराए।
इसलिए दर्ज किए जाते हैं धारा 164 के तहत बयान धारा-164 के तहत बयान दर्ज करते समय मजिस्ट्रेट गवाह से पूछता है कि उस पर कोई दबाव तो नहीं है। गवाह जब बताता है कि वह अपनी मर्जी से बयान दे रहा है, तब मजिस्ट्रेट उसे कलमबंद करता है। कई बार ट्रायल के दौरान गवाह आरोप लगाता है कि पुलिस ने जबरन बयान दर्ज किया है और उसने उक्त बयान नहीं दिए थे, लेकिन मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान से उसके लिए मुकरना आसान नहीं होता।
आरोपित हैं फरार मामले में महिला द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के आरोपित फिलहाल फरार हैं। पुलिस द्वारा उन्हें जिले सहित उत्तर प्रदेश में भी तलाशा जा रहा है। एसपी के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह मीना सैंपऊ में कैम्प कर रहे हैं। पुुलिस का कहना है कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मच गया था बवाल कथित गैंगरेप की इस घटना के बाद राज्यभर में बवाल मच गया था। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल समेत अनेक नेताओं ने इस संबंध में ट्वीट कर राज्य सरकार पर निशाना साधा था। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा था।
इनका कहना है मामले में महिला से मुलाकात की है। महिला को न्याय दिलाना आयोग की प्राथमिकता है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है। - रेहाना रियाज चिश्ती, अध्यक्ष, राजस्थान राज्य महिला आयोग
पुलिस की पड़ताल में पता चला है कि महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसी कोई घटना नहीं हुई है। छेड़छाड़ और मारपीट के मामले में पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।
- शिवराज मीना, पुलिस अधीक्षक, धौलपुर