आईजी सेंगाथिर ने बताया कि शहीद दिवस रेंज के लिए इसलिए भी विशेष है कि अजमेर रेंज के दो जवान भी शहीदों की सूची में शामिल हैं। भीलवाड़ा में 11 अप्रेल को नाकाबंदी के दौरान कोटड़ी थाने के सिपाही औंकारङ्क्षसह व रायला थाने के पवन चौधरी ने तस्करों की गोलियों का शिकार होकर शहादत प्राप्त की थी।
इनकी याद में ‘पुलिस स्मृति दिवसÓ
इनकी याद में ‘पुलिस स्मृति दिवसÓ
आईजी सेंगाथिर ने बताया कि 21 अक्टूबर 1959 को 10 पुलिसकर्मियों ने अपना बलिदान दिया था। घटना से एक दिन पूर्व 20 अक्टूबर 1959 को तीसरी बटालियन की एक कम्पनी उत्तर-पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स नामक स्थान पर तैनात की गई थी। लाइन ऑफ कन्ट्रोल में गश्त कर रहे 10 जवान चीनी हमले में मुकाबला करते हुए शहीद हो गए। जवानों की शहादत को अमर बनाने के लिए पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।
जवानों ने 80 यूनिट रक्तदान किया
स्मृति दिवस पर पुलिस के जवानों ने शिविर में उत्साहपूर्वक रक्तदान किया। इससे पूर्व पुलिस अधिकारियों ने पुलिस लाइन में पौधे लगाकर स्मृति दिवस को यादगार बनाया। पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा सहित 80 अधिकारी और जवानों ने रक्तदान किया। शिविर में डॉ. भूपेन्द्रसिंह यादव, आईजी एस. सेंगाथिर और डॉ. ज्योत्सना रंगा ने जवानों की हौंसला अफजाई की।
स्मृति दिवस पर पुलिस के जवानों ने शिविर में उत्साहपूर्वक रक्तदान किया। इससे पूर्व पुलिस अधिकारियों ने पुलिस लाइन में पौधे लगाकर स्मृति दिवस को यादगार बनाया। पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा सहित 80 अधिकारी और जवानों ने रक्तदान किया। शिविर में डॉ. भूपेन्द्रसिंह यादव, आईजी एस. सेंगाथिर और डॉ. ज्योत्सना रंगा ने जवानों की हौंसला अफजाई की।
सीआरपीएफ में भी श्रद्धांजलि दी गोल्फ कॉर्स रोड स्थित सीआरपीएफ ग्रुप केन्द्र प्रथम व फॉयसागर रोड स्थित सीआरपीएफ ग्रुप केन्द्र द्वितीय में पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया। यहां शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। जवानों ने शोक शस्त्र कर मौन रखा। जीसी-1 में पुलिस उप महानिरीक्षक अनिल मिश्रा और जीसी-2 में पुलिस उप महानिरीक्षक अनिल कुमार सिंह ने गतवर्ष विभिन्न पुलिस/सशस्त्र बलों के शहीद हुए जवानों के नाम पढ़कर याद किया। इस अवसर पर ग्रुप केन्द्र-2 में उप कमांडेंट अर्जुन सिंह, देवेन्द्र मोहन शर्मा, सहायक कमांडेंट महेन्द्र सिंह कुडी, नरेश कुमार, पूनमसिंह चौहान, आर.पी. राणा सहित अन्य पदाधिकारी व जवान मौजूद रहे।