अवैध व्यवसाय के कारोबारी नए-नए तरीके अपना रहे हैं। असली की आड में नकली माल बेचना आम हो गया है। पुलिस व सम्बन्धित महकमे की नजर से बचने के लिए ऐसे व्यवसायी औद्योगिक क्षेत्र की बजाय आवासीय परिसर में भी गोरखधंधा करने से बाज नहीं आ रहे।
अजमेर जिले की मदनगंज थाना पुलिस ने राजारेडी क्षेत्र में एक कारखाने (factry( पर छापा मार विभिन्न कंपनियों का मोबिल ऑयल (oil) जब्त किया। पुलिस ने गोदाम मालिक के घर की भी जांच की। यहां से ब्रांडेड कंपनियों के लेबल लगे ऑयल के डिब्बे तथा बड़ी संख्या में पैकिंग के डिब्बे और ऑयल (oil) मिला।
पुलिस को राजारेडी क्षेत्र में नकली मोबिल ऑयल का कारखाना व गोदाम होने की कई दिनों से शिकायतें मिल रही थी।
पुलिस को राजारेडी क्षेत्र में नकली मोबिल ऑयल का कारखाना व गोदाम होने की कई दिनों से शिकायतें मिल रही थी।
शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे थानाधिकारी रोशनलाल मय जाप्ता राजारेडी के गणेश नगर क्षेत्र में गजानंद शर्मा के गोदाम पर पहुंचे। गोदाम में कई कंपनियों के इंजन ऑयल (injan oil) के डिब्बे मिले। पुलिस ने मौके पर मौजूद गजानंद शर्मा से स्टॉक के बारे में पूछा, लेकिन कोई पुख्ता जानकारी नहीं दे सके।
चाबी नहीं मिलने का बनाया बहाना पुलिस के पहुंचने पर गोदाम से जुड़े गजानंद शर्मा ने पहले तो गोदाम का दरवाजा खोलने में आनाकानी की। उसने चाबी नहीं मिलने का बहाना बनाया। पुलिस की ओर से दबाव डालने पर उसने कारखाना खोला।
पैकिंग में गोलमाल कारखाने पर शाइन ल्यूब नाम से बड़ी मात्रा में पैकिंग सामग्री मिली। गोदाम में टंकियों में बड़ी मात्रा में ऑयल (oil) लाया जाता है। इस ऑयल के विभिन्न डिब्बों पर कंपनी और शहर का नाम भी नहीं लिखा है, जिससे मामला और संदिग्ध हो गया है।
डिब्बों पर श्री बालाजी ट्रेडिंग कंपनी, केएसजी लिखा मिला। डिब्बों पर जो फोन नंबर अंकित हैं वह निष्क्रिय हैं। कार्रवाई दल में एएसआई भंवरलाल, दीवान सांवरलाल, कांस्टेबल रामनिवास, महिपाल सिंह, सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।
..वाहनों से ज्यादा धुंआ निकलने का समझ आया माजरा जांच के दौरान पुलिस उपअधीक्षक ग्रामीण सतीश यादव भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि खराब और नकली ऑयल ( fake oil) के चलते वाहनों के इंजन पर बुरा असर पड़ता है। क्षेत्र के कई वाहन अधिक धुआं इसलिए छोड़ रहे थे कि राजारेड़ी इलाके से बड़ी तादाद में नकली आयल बाजार में खप रहा था।
आवासीय क्षेत्र में गौरखधंधा पुलिस को यह समझ में नहीं आ रहा कि आखिर आरोपी ने आवासीय क्षेत्र में कैसे नकली ऑयल ( fake oil) बनाने का कारखाना खोल लिया। राजारेडी जैसे रिहायशी क्षेत्र में है। कारखाने के आसपास कई मकान स्थित हैं, जिनमें कई परिवार निवास करते हैं। कारखाने में बड़ी मात्रा में ऑयल (oil) पड़ा रहता है। आग लगने की स्थिति में बड़ा हादसा संभव है।