पुलिस पड़ताल में सामने आया कि कुन्दन नगर निवासी संदीप राय उर्फ लाली ब्याज पर लेन-देन का कामकाज करता था लेकिन क्रिकेट सट्टे की लत ने उसे करीब 70 लाख रुपए के कर्ज में ला दिया। कर्ज में डूबे संदीप राय ने ***** मनोज यादव उर्फ देवेन्द्र को सबकी परेशानी को दूर करने का रास्ता दिखाया। उसने बी.के. कौल नगर स्थित गोकुलधाम फ्लैट में रहने वाली सुशीला चंडक के यहां डकैती का षड्यंत्र रचा। मनोज ने उत्तर प्रदेश के साथी मोहम्मद इसरार उर्फ कालू को उसके साथियों को अजमेर बुला लिया। रैकी करने के बाद आरोपित 11 जून की रात गोकुल धाम पहुंचे। उन्होंने सुशीला चंडक को बंधक बना लिया। विरोध करने पर उसके सिर में चोट मारी और सारा माल समेट कर निकल गए।
चोरी के स्कूटर से वारदात
पुलिस पड़ताल में सामने आया कि वारदात में इस्तेमाल स्कूटर को गोविन्द सिंह उर्फ लाला ने ब्यावर रोड रेलवे अस्पताल के पास स्थित स्कूल के बाहर से चुराया। वारदात के वक्त संदीप और मनोज घटनास्थल के आसपास रहे जबकि कालू और उसके साथी ने वारदात अंजाम दी।
पुलिस पड़ताल में सामने आया कि वारदात में इस्तेमाल स्कूटर को गोविन्द सिंह उर्फ लाला ने ब्यावर रोड रेलवे अस्पताल के पास स्थित स्कूल के बाहर से चुराया। वारदात के वक्त संदीप और मनोज घटनास्थल के आसपास रहे जबकि कालू और उसके साथी ने वारदात अंजाम दी।
सर्राफा व्यवसायी के टच में था संदीप संदीप राय की नया बाजार के अधिकांश सर्राफा व्यवसायी के साथ उठ-बैठ थी। संदीप भी लेन-देन का कामकाज करता था। बाजार में उठ-बैठ के दौरान सर्राफा व्यवसायी से पीडि़ता सुशीला चंडक के पास मोटी रकम व लेन-देन की चर्चा चलती थी। क्रिकेट सट्टे में बड़ी रकम हारने के बाद संदीप ने सुशीला को निशाने पर ले लिया। उसने ***** की मदद से वारदात अंजाम देने की ठान ली।
पत्नी के गहने तक रखे गिरवी
संदीप ने ***** मनोज यादव से भी कर्ज चुकाने के लिए रकम उधार ली थी। यहां तक कि पत्नी के गहने तक उसने गिरवी रख दिए थे। जब उसको कोई रास्ता नजर नहीं आया तो ***** मनोज यादव के साथ मिलकर डकैती का षड्यंत्ररच डाला। मनोज ने कुन्दन नगर में हुई शादी में मिले मोहम्मद इसरार उर्फ कल्लू से हथियार खरीदने का मंशा जताई थी। उसने उसे अजमेर बुलाकर जब साजिश के संबंध में बताया तो वह भी तैयार हो गया।
संदीप ने ***** मनोज यादव से भी कर्ज चुकाने के लिए रकम उधार ली थी। यहां तक कि पत्नी के गहने तक उसने गिरवी रख दिए थे। जब उसको कोई रास्ता नजर नहीं आया तो ***** मनोज यादव के साथ मिलकर डकैती का षड्यंत्ररच डाला। मनोज ने कुन्दन नगर में हुई शादी में मिले मोहम्मद इसरार उर्फ कल्लू से हथियार खरीदने का मंशा जताई थी। उसने उसे अजमेर बुलाकर जब साजिश के संबंध में बताया तो वह भी तैयार हो गया।
क्षेत्रीय पार्टी का पूर्व जिलाध्यक्ष पुलिस पड़ताल में सामने आया कि आरोपित मनोज यादव क्षेत्रीय पार्टी का जिलाध्यक्ष रह चुका है। वह पूर्व में गैस ििरिफलंग के कारोबार से जुड़ा रहा लेकिन जब बहनोई संदीप राय के सम्पर्क में आया तो लेन-देन के कारोबार में जुड़ गया।