पलाड़ा के निर्दलीय नामांकन से अजमेर जिला परिषद में सियासी भूचाल
अजमेरPublished: Dec 10, 2020 12:47:00 pm
सुशील कंवर पलाड़ा के निर्दलीय फार्म भरने से गर्माई राजनीति, भाजपा के महेन्द्र सिंह मझेवला हैं दावेदार
पलाड़ा के निर्दलीय नामांकन से अजमेर जिला परिषद में सियासी भूचाल
चन्द्र प्रकाश जोशी अजमेर. अजमेर जिला परिषद चुनाव में जिला प्रमुख की कुर्सी के लिए सियासी हलचल परवान चढ़ गई है। भाजपा की सुशील कंवर पलाड़ा के भाजपा एवं निर्दलीय के रूप में नामांकन दाखिल करने से साथ ही सियासी भूचाल की स्थिति बन गई है। भाजपा की ओर से महेन्द्र सिंह मझेवला को भाजपा का उम्मीदवार घोषित करने के साथ ही जोड़-तोड़ की संभावनाएं बढ़ गई।
अजमेर जिला परिषद में कुल 32 सदस्यों के लिए चुनाव हुए जिसमें से 21 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार जीते एवं 11 पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। जिला प्रमुख पद के लिए गुरुवार को भाजपा के महेन्द्र सिंह मझेवला ने नामांकन दाखिल किया। इसके साथ ही भाजपा की उम्मीदवार एवं पूर्व विधायक तथा पूर्व जिला प्रमुख सुशील कंवर पलाड़ा की ओर से भाजपा एवं निर्दलीय के रूप में नामांकन दाखिल करने के साथ ही सियासी भूचाल की स्थिति उत्पन्न हो गई। निर्दलीय के रूप में पलाड़ा के नामांकन भरने के पीछे की कहानी कुछ अलग ही बयां कर रही हैं। निर्दलीय के रूप में कांग्रेस का समर्थन मिलने एवं पलाड़ा समर्थक उम्मीदवारों के निर्दलीय के रूप में मतदान करने पर भाजपा का बनता खेल भी बिगड़ सकता है। लेकिन पलाड़ा के इस कदम की संभावना कम तो हैं लेकिन खत्म भी नहीं हुई हैं। नामांकन वापस लेने के लिए भाजपा की ओर से मशक्कत भी की जा रही है, कोशिश की जा रही है कि भाजपा के सिम्बल वाले उम्मीदवार के पक्ष में ही मतदान किया जाए। निर्धारित समय तक अगर सुशील कंवर पलाड़ा नामांकन वापस नहीं देती है तो मतदान रोचक होने की संभावनाएं हैं। उधर, कांग्रेस के श्रीलाल गुर्जर ने भी नामांकन भरा है ऐसे में कांग्रेस को भाजपा उम्मीदवारों की ओर से क्रॉस वोंटिंग की उम्मीद है या फिर कांग्रेस उम्मीदवारों की रणनीति है कि नामांकन भरवाने के बावजूद कांग्रेस के तंवर के बजाय निर्दलीय उम्मीदवार के पक्ष में मतदान कर भाजपा को जिला प्रमुख की कुर्सी से बाहर किया जाए। दोपहर 1 बजे बाद की रणनीति का रंग कुछ अलग ही देखने को मिलेगा।