मणिपुंज के बाहर ठेला संचालकों का कब्जा, श्रद्धालु परेशान
शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं, जैन समाज ने दी आन्दोलन की चेतावनी
अजमेर. बी.के.कौल नगर रोड स्थित वर्धमान स्थानक मणिपुंज धर्मस्थल के बाहर इन दिनों ठेले व खोमचे वालों ने कब्जा जमा रखा है। इससे जैन समाज के श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मणिपुंज में जैन संतों का प्राय: निवास व विहार रहता है और नियमित धर्म आराधना होती है। परिसर की दीवार के पास विभिन्न प्रकार के ठेले व केबिन आदि लगा दी गई हैं। यहां नॉन वेज भी पकाया जाता है। इसकी दुर्गध से श्रद्धालू परेशान हो रहे हैं। मणिपुंज मेें रात्रि करीबन 11 बजे तक दर्शनार्थी आते रहते हैं। ठेले जमे रहने से संतों के रात्रि विश्राम धर्म-आराधना, तपस्या में बाधा आती है। इस मामले को लेकर नगर निगम तथा पुलिस को भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन अब तक कार्यवाही नहीं हुई है।
शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं, जैन समाज ने दी आन्दोलन की चेतावनी
अजमेर. बी.के.कौल नगर रोड स्थित वर्धमान स्थानक मणिपुंज धर्मस्थल के बाहर इन दिनों ठेले व खोमचे वालों ने कब्जा जमा रखा है। इससे जैन समाज के श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मणिपुंज में जैन संतों का प्राय: निवास व विहार रहता है और नियमित धर्म आराधना होती है। परिसर की दीवार के पास विभिन्न प्रकार के ठेले व केबिन आदि लगा दी गई हैं। यहां नॉन वेज भी पकाया जाता है। इसकी दुर्गध से श्रद्धालू परेशान हो रहे हैं। मणिपुंज मेें रात्रि करीबन 11 बजे तक दर्शनार्थी आते रहते हैं। ठेले जमे रहने से संतों के रात्रि विश्राम धर्म-आराधना, तपस्या में बाधा आती है। इस मामले को लेकर नगर निगम तथा पुलिस को भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन अब तक कार्यवाही नहीं हुई है।
इनका कहना है जैन समाज का यह प्रमुख धर्म स्थल है। इसके बाहर अतिक्रमण होने से श्रद्धालू परेशान होते हैं। कई बार शिकायत की जा चुकी है। सम्बिन्धत विभाग ध्यान नहीं दे रहें है। समाज अब इस मामले को लेकर उग्र आन्दोलन करेगा।
रिखब चंद सिंगी, संघपति ठेलों के कारण दुर्गंध व शोर-शराबे का वातावरण रहता है। लोग अपने वाहन मणिपुंज के द्वार पर ही खडे कर देते हैं इससे श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। ताराचंद करनावट, संयोजक