सम्राट पृथ्वीराज चौहान की धार्मिक नगरी अजमेर शहर में जयपुर रोड, ब्यावर रोड तथा नसीराबाद की तरफ से प्रवेश ही गफलत भरा होता है। सभी रास्ते एनएच-8 पर बने अंडर ब्रिज के नीचे से होते हैं। जयपुर रोड से अजमेर आने वाले पर्यटक तथा अनजान आदमी गफलत में ब्यावर रोड की तरफ निकल जाते हैं। काफी दूरी तय करने के बाद उन्हें अपनी गलती का एहसास होता है। कायड़ विश्रामस्थली के जाने वाले जायरीन भी परेशान होते हैं। रात्रि के समय अधिक मुश्किल होती है। पर्वतपुरा चौराहे पर ब्यावर की तरफ से आने वाले वाहनों को ब्रिज क्रॉस कर रॉंग साइड से अजमेर में प्रवेश करना पड़ा है। इससे एनएच पर यह क्षेत्र दुर्घटना संभावित क्षेत्र बना हुआ है।
ब्यूटी फिकेशन के भी निर्देश अजमेर शहर में प्रवेश मार्ग को आकर्षक बनाने के लिए कलक्टर ने स्मार्ट सिटी अभियंताओं को ब्यूटिफिकेशन तथा लैंड स्केपिंग के आदेश पूर्व में दिए गए थे। एयरपोर्ट की एंट्री भी नियमानुसार नहीं किशनगढ़ में बनाए गए एयरपोर्ट पर प्रवेश व निकास भी नियमानुसार नहीं है।
एयरपोर्ट जाने वाला रास्ता सीधे एनएच-8 जुड़ता है। जबकि निकासी भी इसी तरह से है। यह सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त नहीं है। एयरपोर्ट के प्रवेश व निकासी के लिए एनएच से अलग रास्ता होना आवश्यक है।