scriptचुनाव व त्यौहारी सीजन में संक्रमण का खतरा बढऩे की संभावना | Possibility of increasing risk of infection in election and festive | Patrika News

चुनाव व त्यौहारी सीजन में संक्रमण का खतरा बढऩे की संभावना

locationअजमेरPublished: Nov 28, 2020 11:43:28 pm

Submitted by:

Dilip

– होम आईशोलेशन में रखे मरीजों पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश
गत कुछ समय में राज्य में कोविड 19 मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है । आगामी समय में सर्दियों के मौसम और पंचायतों के चुनाव व त्यौहारी सीजन व शादी समारोहों के चलते कोविड 19 के संक्रमण के बढऩे की संभावना है । जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने अध्ययनों व विषय विशेषज्ञों से चर्चा से लो रिस्क मरीजों की संख्या अधिक है जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है ।

60 doctor-nursing workers in Corona infected so far in the district in bhilwara

60 doctor-nursing workers in Corona infected so far in the district in bhilwara

धौलपुर. गत कुछ समय में राज्य में कोविड 19 मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है । आगामी समय में सर्दियों के मौसम और पंचायतों के चुनाव व त्यौहारी सीजन व शादी समारोहों के चलते कोविड 19 के संक्रमण के बढऩे की संभावना है । जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने अध्ययनों व विषय विशेषज्ञों से चर्चा से लो रिस्क मरीजों की संख्या अधिक है जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है । इन्हें मात्र आवश्यक दवाइयां देने हेतु ही अस्पतालों में रखा जा है। जिससे मरीजों एवं उनके परिजनों में कोविड 19 से उत्पन्न तनाव के साथ ही आवश्यक अवसाद मानसिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है ।
ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने के स्थान पर डे केयर की तर्ज पर ऑब्जर्वेशन में रखते हुए आवश्यक दवाइयां व इंजेक्शन लगाकर घर भेजा जा सकता है। इससे मरीज व उसके परिजनों को मानसिक तनाव से मुक्ति मिल सकेगी तथा मरीज भी घरेलू सकारात्मक वातावरण में रहते हुए शीघ्र स्वस्थ हो सकेंगे।
होम आईसोलेशन

उन्होंने बताया कि राजकीय व निजी अस्पतालों में संसाधनों के अधिकतम विवेकपूर्ण उपयोग ,मरीजों एवं उनके परिजनों के मानसिक तनाव को दृष्टिगत रखते हुए सवाई मानसिंह चिकिसालय जयपुर की कोविड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल टीम की राय के अनुसार ऐसे ऐसेम्प्टोमैटिक मरीज जिनका सीटी सर्वे स्कोर 15.25 से कम है और उनकी स्थिति स्थिर है या एमआईएल्डी सिम्प्टोमैटिक कोविड 19 मरीज जिन्हें अन्य कोई गंभीर बीमारी के कारण खतरा न हो। उम्र 65 वर्ष से कम हो तथा डाइबिटीज, हायपरटेंशन,किडनी की बीमारियों सहित अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित होने पर होम आईशोलेशन में रखते हुए चिकिसालय में ओपीडी या डे केयर उपचार किया जाए।
डे केयर में रखें

उन्होंने बताया कि होम आईशोलेशन में रखे मरीज के लिए यहां ध्यान रखा जाना आवश्यक है कि ऐसे मरीज व उसके परिजन,मरीजों की देखभाल करने व उसकी स्थिति के विभिन्न वाइटल पैरामीटर्स जैसे पल्सरेट ,तापमान,ऑक्सीजन सेचुरेशन को मॉनिटर करने में समर्थ हो। उन्होंने बताया कि ऐसे मरीज जिनका डे केयर सेंटर में इलाज किया जाएगा उन्हें यह शुनिश्चित करना होगा कि मरीज ऑक्सीजन पर निर्भर न हो व उसकी स्थिति सामान्य हो ,मरीज को कोई मेजर रिस्क न हो,मरीज या उसके परिजन देखरेख करने में समर्थ हों एवं डे केयर में इलाज करने की सहमति लें। उन्होंने बताया कि होम आईशोलेशन के दौरान मरीज को किसी भी प्रकार की असुविधा या नए लक्षण प्रकट होने पर जैसे स्वांस लेने में कठिनाई, बुखार,छाती में दर्द आदि ही तो उसे तत्काल चिकिसालय में भर्ती किया जाए। होम आईशोलेशन में रह रहे मरीज के विपरीत लक्षण पाए जाने पर उसे तुरंत चिकिसालय में भर्ती किया जाए ।
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