पृथ्वीराज नगर योजना में 2 गुणा 5 एमवीए की क्षमता का नवनिर्मित 33 केवी जीएसएसए गुरुवार को निगम ने टाटा पावर को संचालन के लिए हैंड ओवर कर दिया। इस जीएसएस की स्थापना से प्राधिकरण की पृथ्वीराज नगर कॉलोनी में विद्युत सम्बन्ध चाहने वाले आवेदकों को समय पर विद्युत सम्बन्ध जारी किए जा सकेंगे। निगम के प्रबन्ध निदेशक वी.एस.भाटी ने बताया कि पृथ्वीराज नगर योजना के तहत 33 केवी लाइनों एवं जीएसएस का निर्माण करवाया गया है। इसके लिए भूमि का आवंटन प्राधिकरण द्वारा किया गया। यह कार्य डिस्कॉम द्वारा लगभग 6.28 करोड़ रूपये की लागत से किया गया है।
निर्माण में 5 साल की देर, पत्रिका ने उठाया मुद्दा
निर्माण में 5 साल की देर, पत्रिका ने उठाया मुद्दा
प्राधिकरण ने डिस्कॉम को पृथ्वीराज नगर योजना में पावर हाउस निर्माण के लिए 2015 में ही 6.28 करोड़ रुपए दे दिए। राशि मिलने के बावजूद करीब तीन साल तक डिस्कॉम चुप्पी साधे रहा, डिस्कॉम ने 5 साल में एडीए के 6.28 रुपए पर ब्याज से ही लाखों रुपए कमा लिए।। लेटलतीफी के बाद निगम ने पावर हाउस का ढांचा तैयार कर दिया लेकिन उसमें पुराने पावर ट्रांसफार्मर लगा दिए। इससे टाटा पावर ने टेक ओवर से इनकार कर दिया। मामले को राजस्थान पत्रिका ने 13 मई के अंक में प्रमुखता से उठाया तो मामले में तेजी आई। इसके बाद पुराने पावर ट्रांसफार्मर बदलते हुए नए पावर ट्रांसफार्मर लगा गए। 33 केवी की भूमिगत केबल डालते हुए जीएसएस को दो तरफा सप्लाई से जोड़ा गया।
कामधेनु डेयरी योजना के लिए आवेदन आमंत्रित
कामधेनु डेयरी योजना के लिए आवेदन आमंत्रित
पशुपालक वैज्ञानिक विधि से कर सकेंगे दुग्ध उत्पादन 30 गायों की होगी डेयरी यूनिट अजमेर.जिले में वैज्ञानिक विधि से पशुपालन कर दुग्ध उत्पादन करने के लिए कामधेनु डेयरी योजना के अंतर्गत पात्र पशुपालकों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ.अजय अरोड़ा ने बताया कि जिले के पशुपालकों,गोपालकों, कृषकों, युवाओं एवं महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध करवाकर आर्थिक रूप से सुदृढ करने के लिए कामधेनु डेयरी योजना के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इस योजना के अंतर्गत पशुपालन विभाग की प्रजनन नीति के अनुसार उपलब्ध दुधारू देशी गोवंश का संवर्धन किया जाता है। उन्नत गोवंश से पशुपालकों की आय में बढ़ोतरी होती है। वैज्ञानिक विधि एवं आधुनिक मशीनों के माध्यम से स्वच्छ एवं स्वास्थ्यप्रद दुग्ध उत्पादन को कामधेनु डेयरी योजना के माध्यम से बढावा दिया जाता है। इससे पशुपालकों में डेयरी संचालन एवं उसके प्रबंधन के कौशल विकसित किये जाते हैं।
उन्होने बताया कि गोपालन विभाग द्वारा कामधेनु डेयरी योजना के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। इस योजना ने उच्च दुग्ध उत्पादक क्षमता वाली एक ही नस्ल की 30 देशी गायों की डेयरी ईकाई व्यक्तिगत लाभार्थी द्वारा 2 चरणों मे स्थापित की जाएगी। डेयरी स्थापित करने के लिए आधारभूत संरचना,पर्याप्त स्थान एवं हरा चारा उत्पादन के लिए बैंक के बंधन योग्य न्यूनतम एक एकड़ भूमि स्वयं अथवा परिवार के स्वामित्व की होनी चाहिए। कामधेनु डेयरी योजना का आवेदन पत्र एवं विस्तृत दिशा निर्देश गोपालन विभाग राजस्थान की वेबसाईट पर उपलब्ध है। भरे हुए आवेदन पत्र पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक कार्यालय में 30 जून तक जमा करवाये जा सकते हैं।