सरकार पर उपेक्षा का आरोप अभियंताओं ने बताया कि कनिष्ठ अभियंता कई वर्षों से वेतन और एसीपी विसंगति की मार झेल रहे हैं। ऊर्जा विभाग की को-आर्डिनेशन कमेटी में निर्णय होने के बावजूद कनिष्ठ अभियंताओं की वेतन और एसीपी विसंगति निवारण करने की सिफारिश राज्य सरकार एवं वित्त विभाग में अटकी हुई है।
अजमेर डिस्कॉम: बिजली चोरी-दुरुपयोग पर 4.27 करोड़ का जुर्माना लगाया
1745 जगह बिजली चोरी, 454 जगह दुरुपयोग के मामले पकड़े
अजमेर. अजमेर विद्युत वितरण निगम द्वारा बिजली चोरों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष सतर्कता अभियान के तहत 10 जून को 10 हजार 64 जगहों पर छापे मारे। इनमें 1745 जगहों पर बिजली चोरी तथा 454 जगहों पर बिजली दुरुपयोग के मामले पकड़े गए। बिजली चोरों पर 4.19 करोड तथा दुरुपयोग के मामले में 8.46 लाख का जुर्माना लगाया गया। निगम के प्रबन्ध निदेशक एन. एस. निर्वाण ने बताया कि निगम की ओएण्डएम व विजिलेंस शाखा के अलावा एमएंडपी ,प्रोजेक्ट विंग तथा स्टोर विंग के अभियंताओं को भी सतर्कता जांच करने के लिए लगाया गया। कुल 4 करोड़ 27 लाख 46 हजार का जुर्माना लगाया गया।
1745 जगह बिजली चोरी, 454 जगह दुरुपयोग के मामले पकड़े
अजमेर. अजमेर विद्युत वितरण निगम द्वारा बिजली चोरों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष सतर्कता अभियान के तहत 10 जून को 10 हजार 64 जगहों पर छापे मारे। इनमें 1745 जगहों पर बिजली चोरी तथा 454 जगहों पर बिजली दुरुपयोग के मामले पकड़े गए। बिजली चोरों पर 4.19 करोड तथा दुरुपयोग के मामले में 8.46 लाख का जुर्माना लगाया गया। निगम के प्रबन्ध निदेशक एन. एस. निर्वाण ने बताया कि निगम की ओएण्डएम व विजिलेंस शाखा के अलावा एमएंडपी ,प्रोजेक्ट विंग तथा स्टोर विंग के अभियंताओं को भी सतर्कता जांच करने के लिए लगाया गया। कुल 4 करोड़ 27 लाख 46 हजार का जुर्माना लगाया गया।
नागौर में सर्वाधिक बिजली चोरीनिर्वाण ने बताया कि नागौर के अभियंताओं ने विद्युत चोरी के सर्वाधिक 275 मामले पकडे जिन पर 50.15 लाख का जुर्माना लगाया। इसके अतिरिक्त अजमेर-शहर वृत में 28 मामलों पर 5.41 लाख, जिलावृत में 30 पर 6.17 लाख, भीलवाड़ा में 222 पर 39.92 लाख, सीकर में 208 पर 49.33 लाख, झुंझुनूं में 208 पर 42.56 लाख, उदयपुर में 94 पर 11.36 लाख, राजसमंद में 39 पर 4.77 लाख, बांसवाड़ा में 82 पर 8.57 लाख, डुंगरपुर में 31 पर 4.63 लाख, चितौडगढ़ में 222 पर 36.60 लाख तथा प्रतापगढ़ में 39 मामलों पर 5.52 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया। एमएण्डपी विंग ने 66 मामलों पर 18.04 लाख, विजिलेंस विंग ने 135 मामलों पर 40.12 लाख, प्रोजेक्ट विंग ने 48 मामलों पर 13.17 लाख व स्टोर विंग ने 18 मामलों पर 2.76 लाख रुपए की विद्युत चोरी पकडी।