आरएएस एवं अधीनस्थ सेवाएं (संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा सीधी भर्ती)-2021 के लिए आयोग को 6.50 लाख आवेदन मिले हैं। राज्य सेवा में 363 और अधीनस्थ सेवा के 625 पदों पर भर्ती होनी है। राजस्थान की पहचान है परीक्षा…
आयोग 1949 से लेकर 2018 तक कई आरएएस परीक्षाएं करा चुका है। यह राजस्थान की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा होती है। इससे राज्य को प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी और अन्य राज्य-अधीनस्थ सेवाओं के अफसर मिलत हैं। इनमें से कई अफसर अपने सेवाकाल में अच्छे रिकॉर्ड के आधार पर नियमानुसार भविष्य में आईएएस और आईपीएस में पदोन्नत होते हैं।
आयोग 1949 से लेकर 2018 तक कई आरएएस परीक्षाएं करा चुका है। यह राजस्थान की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा होती है। इससे राज्य को प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी और अन्य राज्य-अधीनस्थ सेवाओं के अफसर मिलत हैं। इनमें से कई अफसर अपने सेवाकाल में अच्छे रिकॉर्ड के आधार पर नियमानुसार भविष्य में आईएएस और आईपीएस में पदोन्नत होते हैं।
2018 की भर्ती में सर्वाधिक देरी
साल 2018 की आरएएस भर्ती ने सबसे देरी कराई। प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न संख्या 11 और 22 को लेकर 2018 में याचिका लगाई गई। आयोग ने हाईकोर्ट खंडपीठमें याचिका लगाई। इसके बाद 25 और 26 जून 2019 को आरएएस मुख्य परीक्षा हुई। इस दौरान सुरज्ञान सिंह और अन्य ने प्रारंभिक परीक्षा की कट ऑफ को चुनौती दी। 9 जुलाई 2020 को मुख्य परीक्षा का नतीजा जारी हुआ। मुख्य परीक्षा में दो गुणा अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण करने से जुड़ी कविता गोदारा की याचिका का 2 मार्च 2021 को हाईकोर्ट खंडपीठ ने निस्तारण किया। इसके बाद साक्षात्कार कराए जा सके।
साल 2018 की आरएएस भर्ती ने सबसे देरी कराई। प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न संख्या 11 और 22 को लेकर 2018 में याचिका लगाई गई। आयोग ने हाईकोर्ट खंडपीठमें याचिका लगाई। इसके बाद 25 और 26 जून 2019 को आरएएस मुख्य परीक्षा हुई। इस दौरान सुरज्ञान सिंह और अन्य ने प्रारंभिक परीक्षा की कट ऑफ को चुनौती दी। 9 जुलाई 2020 को मुख्य परीक्षा का नतीजा जारी हुआ। मुख्य परीक्षा में दो गुणा अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण करने से जुड़ी कविता गोदारा की याचिका का 2 मार्च 2021 को हाईकोर्ट खंडपीठ ने निस्तारण किया। इसके बाद साक्षात्कार कराए जा सके।