नहीं है उपाचार्य पद
सातवें वेतनमान से कॉलेज को बड़ा नुकसान भी हुआ है। पूर्व में सभी कॉलेज में प्राचार्य सहित उपाचार्य पद स्वीकृत थे। अब यह पद समाप्त हो गया है। इसके चलते कई कॉलेज में वरिष्ठ व्याख्याता उपाचार्य पद संभाले हुए है। इनमे सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय से जैसे बड़े कॉलेज शामिल हैं।
सातवें वेतनमान से कॉलेज को बड़ा नुकसान भी हुआ है। पूर्व में सभी कॉलेज में प्राचार्य सहित उपाचार्य पद स्वीकृत थे। अब यह पद समाप्त हो गया है। इसके चलते कई कॉलेज में वरिष्ठ व्याख्याता उपाचार्य पद संभाले हुए है। इनमे सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय से जैसे बड़े कॉलेज शामिल हैं।
कई कॉलेज में पद रिक्त प्रदेश के कई कॉलेज में प्राचार्य पद रिक्त हैं। स्नातक और स्नातकोत्तर कॉलेज में रीडर्स को डीपीसी का इंतजार है। इसके अलावा प्राचार्य भी प्रोफेसर स्तर के शिक्षकों को बनाया जाना है। रीडर को प्रोफेसर पद पर पदोन्नति को लेकर भी नियम बनाए जाने हैं। यह प्रक्रिया उच्च शिक्षा विभाग, राजस्थान लोक सेवा आयोग और कॉलेज शिक्षा निदेशालय को अंजाम देनी है।