सोसायटी के सचिव डॉ. राजीव शर्मा ने बताया कि राज्य के सेवारत चिकित्सक पिछले तीन माह से राज्य का स्वास्थ्य प्रबंधन सुधारने के लिए निरंतर आवेदन कर रहे हैं, मगर सरकार की ओर से उन पर दमनात्मक कार्यवाही कर प्रताडि़त किया जा रहा है।
सोसायटी के सभी पदाधिकारी व चिकित्सकों ने दमनात्मक कार्यवाही का विरोध करते हुए बताया कि रविवार को सुबह 9 से 12 बजे तक वे ओपीडी बंद रख कर कार्य का बहिष्कार करेंगे। अगर सरकार नहीं मानी तो कठिन से कठिन कदम उठाने के लिए तैयार रहेंगे।
मांगे मानी तो चिकित्सा मंत्री जारी करे श्वेत पत्र! सेवारत चिकित्सक संघ अजमेर के उपाध्यक्ष डॉ. अनन्त कोटिया ने कहा कि चिकित्सा मंत्री गुमराह कर रहे हैं कि उन्होंने सभी 33 मांगे मान ली है। अगर सभी मांगे मान ली तो श्वेत पत्र जारी करे सरकार। अजमेर में सरवाड़ के एक चिकित्सक के सिवा किसी ने भी ज्वॉइन नहीं किया है। अजमेर में एक भी सेवारत चिकित्सक ने ज्वॉइन नहीं किया है। प्रदेश भर में चिकित्सा मंत्री फर्जी आंकड़े जारी कर रहे हैं। संघ की प्रथम तीन मांगे ही सरकार ने नहीं मानी है।
जेएलएनएच में फिर आठ मरीजों की मौत! जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में पिछले 24 घंटे में 8 मरीजों की मौत हुई है। हालांकि अस्पताल प्रशासन इन मौत को स्वाभाविक ही मान रहा है, अस्पताल में उपचार के दौरान यह होती हैं। अस्पताल में शनिवार को ओपीडी 1703, आईपीडी 100 मेजर ऑपरेशन 26 एवं माइनर ऑपरेशन 4 हुए हैं।
बढ़ी डिस्चार्ज मरीजों की संख्या जेएलएन अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों, इन्टन्र्स एवं रेजीडेंट चिकित्सकों की हड़ताल का असर भर्ती मरीजों पर भी पड़ रहा है। अस्पताल में मरीजों को डिस्चार्ज भी किया जा रहा है। शनिवार को 124 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं।