प्लांट के लिए 9 किमी 33 केवी लाइन होगी भूमिगत33 केवी गेगल जीएसएस की सप्लाई 132 केवी जीएसएस एमडीएसयू से आ रही है इस जीएसएस पर सिर्फ एक ही सोर्स है एवं ये सभी विद्युत लाइनें ओवरहेड हैं। आंधी तूफान आने की स्थिति में लाइन में फाल्ट होने की आशंका रहती है। इसलिए गेगल जीएसएस से जुड़े ऑक्सीजन प्लांट को निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु 33 केवी गगवाना जीएसएस से करने के लिए 220 केवी मदार से आ रही है 9 किलोमीटर 33 केवी अंडर ग्राउंड केबल underground supply डालने के लिए तकमीना तैयार किया गया है। इस पर 5 करोड़ रूपए खर्च होंगे। इसके साथ ही ऑक्सीजन प्लांट के लिए 33 केवी गेगल जीएसएस पर वैक्यूम सर्किट VCB (वीसीबी) लगाकर सेप्रेट 11 केवी लाइन अंडर ग्राउंड डालने का तकमीना भी तैयार किया गया है, इससे इस फीडर पर सिर्फ ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई रहेगी और किसी अन्य फीडर पर ट्रिपिंग आती है तो ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई बाधित नहीं होगी इस पर भी 7.5 लाख रुपए का खर्च आएगा।
इनका कहना हैलाइनों भूमिगत करने और वीसीबी लगाने का उद्देश्य ऑक्सीजन प्लांट की विद्युत व्यवस्था सुचारू रखना है जिससे ऑक्सीजन प्रोडक्शन में बिजली आपूर्ति के कारण समस्या नहीं आए। जीएसएस से जुड़े हुए इंडस्ट्री एवं आसपास के गांव को भी इसका लाभ मिलेगा।