scriptऑक्सीजन प्लांट को अलग से सप्लाई के लिए लाइन भूमिगत करने का प्रस्ताव 5 करोड़ खर्च करने की तैयारी,वीसीबी भी लगेगी | Proposal to spend 5 crore for underground supply of oxygen plant sepa | Patrika News

ऑक्सीजन प्लांट को अलग से सप्लाई के लिए लाइन भूमिगत करने का प्रस्ताव 5 करोड़ खर्च करने की तैयारी,वीसीबी भी लगेगी

locationअजमेरPublished: Apr 27, 2021 09:29:25 pm

Submitted by:

bhupendra singh

ऑक्सीजन प्लांट की बिजली के लिए अभियंताओं व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई
 
2 मिनट की ट्रिपिंग भी पड़ती है भारी

ajmer discom

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अजमेर. गेगल औद्योगिक क्षेत्र स्थित ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट oxygen plantकी विद्युत व्यवस्था व्यवधान रहित सुचारू रखने के लिए अजमेर विद्युत वितरण निगम ajmer discom ने अतिरिक्त अभियंताओं व कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। इस प्लांट की क्षमता 800 सिलेंडर प्रतिदिन ऑक्सीजन उत्पादन करने की है। इस ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई व्यवधान रहित चालू रहे इसके लिए तीन कनिष्ठ अभियंता तथा जीएसएस के कर्मचारी एवं फीडर इंचार्ज की शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई है। ऑक्सीजन प्लांट में 2 मिनट भी विद्युत आपूर्ति रुकती है तो उसे रीसाइक्लिंग में लगभग 30 मिनट लगते है। इससे उत्पादन प्रभावित होता है। इसलिए निगम अपने अधीन क्षेत्र में आने वाले 14 ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट की विद्युत आपूर्ति के अलर्ट मोड पर है।
प्लांट के लिए 9 किमी 33 केवी लाइन

होगी भूमिगत33 केवी गेगल जीएसएस की सप्लाई 132 केवी जीएसएस एमडीएसयू से आ रही है इस जीएसएस पर सिर्फ एक ही सोर्स है एवं ये सभी विद्युत लाइनें ओवरहेड हैं। आंधी तूफान आने की स्थिति में लाइन में फाल्ट होने की आशंका रहती है। इसलिए गेगल जीएसएस से जुड़े ऑक्सीजन प्लांट को निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु 33 केवी गगवाना जीएसएस से करने के लिए 220 केवी मदार से आ रही है 9 किलोमीटर 33 केवी अंडर ग्राउंड केबल underground supply डालने के लिए तकमीना तैयार किया गया है। इस पर 5 करोड़ रूपए खर्च होंगे। इसके साथ ही ऑक्सीजन प्लांट के लिए 33 केवी गेगल जीएसएस पर वैक्यूम सर्किट VCB (वीसीबी) लगाकर सेप्रेट 11 केवी लाइन अंडर ग्राउंड डालने का तकमीना भी तैयार किया गया है, इससे इस फीडर पर सिर्फ ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई रहेगी और किसी अन्य फीडर पर ट्रिपिंग आती है तो ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई बाधित नहीं होगी इस पर भी 7.5 लाख रुपए का खर्च आएगा।
इनका कहना हैलाइनों

भूमिगत करने और वीसीबी लगाने का उद्देश्य ऑक्सीजन प्लांट की विद्युत व्यवस्था सुचारू रखना है जिससे ऑक्सीजन प्रोडक्शन में बिजली आपूर्ति के कारण समस्या नहीं आए। जीएसएस से जुड़े हुए इंडस्ट्री एवं आसपास के गांव को भी इसका लाभ मिलेगा।

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