चैयरमैन के समक्ष ही रखेंगे पक्ष जनसुनवाई में 10 परिवादी जनसुनवाई में कमिशनर के सामने जाने से इनकार करते हुए चेयरमैन के समक्ष ही अपना पक्ष रखने पर अड़ गए। अपनी बारी आने के बाद भी उन्हाेंने डेढ़ घंटे तक चेयरमैन का इंतजार कर उनके सामने ही अपना पक्ष रखा। अधिवक्ता दुली चंद डिंढारिया ने बताया कि 28 साल से चक्कर लगा रहे हैं। न तो काम होता है न जवाब मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार में रिश्वत के बिना काम नहीं होता है।, राजेन्द्र कुमार चांवरिया ने पटवारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी फाइल दो बाद गायब हो चुकी है। हर बार नई फाइल के लिए कहते हैं।
तीन बार लगवा रहे चक्कर जनसुनवाई में आए लोगों का कहना था कि जनसुनवाई के नाम पर तीन बार चक्कर लगवाया जा रहा है। पहले साेमवार को अर्जी लगाओ फिर बुधवार को जनसुनवाई में आओ। यहां फिर अगले सप्ताह की तारीख दी जा रही है। इदससे तो प्राधिकरण आवेदन सप्ताह भर ले और उनमें से सात दिन बाद निर्धारित संख्या में लोगों को बुलाए। सात दिन में प्राधिकरण को भी शिकायत पर जांच और रिपोर्ट तैयार करने का समय मिल जाएगा। ऐसे में परिवादी को जनसुनाई के दिन स्पष्ट जवाब मिलेगा। उसे तीसरा चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पूर्व की जनसुनवाई में यही प्रक्रिया अपनाई जाती थी। प्राधिकरण के सचिव किशोर कुमार ने बताया कि सोमवार को प्रातः 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक आवेदनकर्ता स्वयं अथवा परिवारजन प्राधिकरण की सिंगल विडों पर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर सकते है।
इन्होनें दिया धन्यवाद संयोगिता नगर में अतिक्रमण हटाने के मामले में परिवादी ने अपना पक्ष रखा। आयुक्त ने कहा कि यदि मामला सही है तो अगले सात दिन बाद अपका काम होगा। तुलसी देवी लोहार के क्वार्टर की फाइल ही गायब थी। जनसुनवाई में उसने कहा कि बाबू पैसे ही जमा नहीं कर रहा है। इस पर चेयरमैन ने दो कर्मचारियों को तुलसी का नामांतरण का फार्म भरने के लिए उसके साथ भेजा।
कमिश्नर साहब का नियमन नहीं हुआ जनसुनवाई में एक महिला ने नियमन की बात की तो कमिश्नर ने कहा कि मैंं समझ गया आपके आसपास के मकान का नियमन हो गया आपका नहीं हुआ है। इस पर महिला ने कहा कि कमिशन साहब इसको ऐसे समझें कि आपके आसपास के अधिकारियों को नियमन हो गया और आपका नहीं हुआ।
नम्बर दे दिया प्लाट दिया नहीं जनसुनवाई में आई मोनिका मरे ने कहा कि पृथ्वीराज नगर योजना में प्लाट नम्बर बी 371 और बी 432 की खरीद प्राधिकण से 2016 में की गई लेकिन मौके पर खेती हो रही है। प्लाट पर जाने का रास्ता नहीं है। प्राधिकरण ने अब तक प्लॉट का कब्जा नहीं दिया है। प्राधिकरण यह भूखंड नहीं दे सकता है तो वैकपिक भूखंड दे।
इन्हाेंने ने भी दी शिकायत राधा विहार समिति ने अतिक्रमण हटाने की शिकायत दी। समिति ने कहा कि न्यायालय के निर्णय के बाद भी प्राधिकरण अतिक्रमण नहीं हटा रहा है। अशोक मलिक ने भी आना सागर झील को लेकर शिकायत दी। प्रमिला देवी ने कहा कि राशि जमा होने के बावजूद संयोगिता नगर की एवज में अन्य जगह पर भूखंड नहीं दिया जा रहा है। श्याम सुंदर तापडि़या ने भूमि के बदले भूमि प्रकरण का निस्तारण अदालत के आदेश के बाद भी कई साल से नहीं करने तथा परेशान करने का आरोप लगाया। ग्राम काजीपुरा फॉय सागर रोड पर भैरव मंदिर के पास भवन का मामला भी जनसुनवाई में पहुंचा।