नाम का आजाद पार्क पटेल मैदान के पास ही आजाद पार्क है लेकिन अब सिर्फ नाम का ही आजाद रह गया है। यहां स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स और स्वीमिंग पूल का निर्माण किया जा रहा है। यहां भी अब जगह नहीं बची है। इसके चलते अब यहां नवरात्र में गरबा, मेले, प्रदर्शनी,शादियां और सभाएं भी नहीं हो पाएंगी।
पुलिस लाइन मैदान नजर में पटेल मैदान में सार्वजनिक समारोह का आयोजन मुश्किल में देख अब जिला प्रशासन नई जगह तलाश रहा है। इसके लिए चन्दवरदाई स्टेडियम को उपयुक्त माना गया है लेकिन इसकी शहर से दूरी तथा शहर के अंतिम छोर पर होना बाधक साबित हो रहा है। जिला प्रशासन पुलिस लाइन मैदान में भी 15 अगस्त व 26 जनवरी का सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित कर सकता है।
कई रैलियों और सभाओं का रहा गवाह पटेल मैदान और आजाद पार्क कई ऐतिहासिक रैलियों और सभाओं के गवाह रहे हैं। यहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,राज्य के मुख्यमंत्री सहित कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां यहां अपनी सभाएं कर चुकी हैं। हजारों लोग इन सभाओं में शामिल हो चुके हैं। लेकिन अब सार्वजनिक आयोजनों अब राजनीतिक सभाओं का पटेल मैदान और आजाद पार्क में आयोजन इतिहास के रूप में याद किया जाएगा।
दशहरे में जुटती है हजारों की भीड़ प्रतिवर्ष दशहरे पर शहर के हजारों लोग पटेल मैदान में रावण,कुम्भकर्ण और मेघनाथ के पुतले का दहन देखने आते हैं। यहां रामलीला का संक्षिप्त मंचन भी किया जाता है लेकिन रावण दहन के लिए अब नगर निगम को भी दूसरी जगह तलाशनी होगी। दशकों पहले रावण दहन खारीकुई रावण की बगीची में होता था लेकिन जगह कम पड़ने के कारण पटेल मैदान में होने लगा।
बस स्टैंड और सब्जीमंडी भी बना पटेल मैदान
जानकारों का कहना है कि पुष्कर मेले और उर्स के दौरान पटेल मैदान से विभिन्न स्थानों के लिए बसों का संचालन किया जाता था। बाद में इसे फुटबॉल तथा हॉकी मैदान के रूप में उपयोग मेें लिया जाने लगा। दशकों से यहां सरकारी समारोह तथा दशहरे पर रावण दहन का भी आयोजन होने लगा। प्रतिदिन यहां बड़ी संख्या में लोग घूमने और खेलने भी आते हैं। कोरोना के दौरान इसमें सब्जी मंडी भी लगाई।
इनका कहना है
पटेल मैदान मेें स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। जिला कलक्टर के निर्देश पर राजकीय कार्यक्रम के लिए नया विकल्प तलाशा जा रहा है। अभी जगह फाइनल नहीं हुई है।
कैलाश चंद शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) अजमेर
बस स्टैंड और सब्जीमंडी भी बना पटेल मैदान
जानकारों का कहना है कि पुष्कर मेले और उर्स के दौरान पटेल मैदान से विभिन्न स्थानों के लिए बसों का संचालन किया जाता था। बाद में इसे फुटबॉल तथा हॉकी मैदान के रूप में उपयोग मेें लिया जाने लगा। दशकों से यहां सरकारी समारोह तथा दशहरे पर रावण दहन का भी आयोजन होने लगा। प्रतिदिन यहां बड़ी संख्या में लोग घूमने और खेलने भी आते हैं। कोरोना के दौरान इसमें सब्जी मंडी भी लगाई।
इनका कहना है
पटेल मैदान मेें स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। जिला कलक्टर के निर्देश पर राजकीय कार्यक्रम के लिए नया विकल्प तलाशा जा रहा है। अभी जगह फाइनल नहीं हुई है।
कैलाश चंद शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) अजमेर