यहां बजरंगगढ़ स्थित अम्बे माता मंदिर के पास श्रद्धालुओं एवं आमजन से एक-दो रुपए भीख मांग कर देवकी शर्मा नाम की वृद्धा राशि एकत्र करती रहती थी। एक दिन वह किसी खानाबदोश की ओर से भीख में मिली राशि चुराने पर रोती हुई जय अम्बे नवयुवक सेवा ट्रस्ट के सचिव संदीप गौड़ के पास गई। देवकी ने चोरी होने की शंका जताते हुए गौड़ को कुछ रुपए देते हुए कहा कि यह वे अपने पास रख लें। इस तरह यह सिलसिला चलता रहा और गौड़ के पास देवकी की ओर से प्रतिदिन भीख में मिले रुपयों से अच्छी खासी रकम इक_ी हो गई। उन्होंने बैंक में जाकर देवकी के नाम से खाता खुलवाने का प्रयास किया मगर पहचान व दस्तावेज की कमी से खाता संदीप गौड़ के नाम से खुलवाना पड़ा। इसी खाते में गौड़ देवकी के दिए रुपए जमा करवाते रहे।
इससे बड़ा नेक काम क्या…! देवकी ने अपने जीवनकाल में ही अपनी जमा-पूंजी किसी नेक काम में लगाने की बात गौड़ से कही थी। पुलवामा में आतंकी हमले के करीब 6 माह पूर्व देवकी की मृत्यु हो गई। इसके बाद गौड़ ने वृद्धा की राशि नेक काम में लगाने का निर्णय किया। उन्होंने इसके लिए शहर के कुछ एनजीओ की संस्थाओं से भी संपर्क किया। इस बीच 14 फरवरी-2019 को पुलवामा में आतंकी हमले की वारदात हो गई। इसमें शहीद हुए सैनिकों के आश्रितों के लिए संस्थाओं की ओर से सहयोग राशि दी जा रही थी। विगत वर्ष फरवरी माह में गौड़ ने भी देवकी की ओर से जमा करवाए गए 6 लाख 61 हजार 600 रुपए की राशि का चेक शहीदों के परिवारों की सहायतार्थ जिला कलक्टर को प्रदान कर दिया।