उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में विरोध करने का एक तरीका होता है। इसमें धींगा-मस्ती करना किसी भी सूरत में सही नहीं है। अगर ऐसा होता है तो वह भारतीय संविधान के अनुसार नहीं है। एमएसपी पर यदि कोई आंच आएगी तो उससे पहले वह राजनीति छोड़ देंगे।
किसान आंदोलन राजनीति से प्रेरित मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि केन्द्र सरकार नए कृषि कानूनों के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर की बात सोच रही है। एमएसपी कभी खत्म नहींं होगा। इसी प्रकार मंडिया भी रहेंगी। कुछ लोग राजनीति से प्रेरित होकर आंदोलन कर रहे हैं। वह किसान हितैषी नहींं बल्कि निजी स्वार्थ साध रहे हैं। बार्डर पर बैठे पंजाब के किसानों केो एस.वाई.एल. के पानी की बात रखनी चाहिए।
बारिश का पानी व्यर्थ नहीं जाएगा हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि दक्षिणी हरियाणा की कृष्णावती, दोहान व साहबी नदियों में बारिश का फालतू पानी छोडकऱ यहां भूमि जल स्तर को ऊंचा उठाने के लिए 2 हजार करोड़ रुपए की योजना बनाई है। इसी प्रकार सरकार ने रेणुका-किसाऊ बांध का एमओयू हो गया है। जल्द ही रखवार बांध का एमओयू साइन होगा। इस कार्य को तय समय मेंं पूरा करेंगे।
सभा को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव, पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, कृषि मंत्री जेपी दलाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, नांगल चौधरी के विधायक डॉ. अभय सिंह यादव, अटेली के विधायक सीताराम, पृथला के विधायक नैनपाल रावत, भाजपा के जिला प्रधान राकेश शर्मा व जे.जे.पी. के जिलाध्यक्ष मंजू चौधरी ने भी संबोधित किया।