मेले में शानदार मारवाड़ी नस्ल के अश्व आए हैं । इनकी खूबसूरती के पूरे मेला मैदान और पशुपालकों में चर्चा है। पुष्कर पशु मेले में पिछले 15-20 साल से ऊंटों के बराबर अश्व पहुंचने लगे हैं। यहां साल 2019 तक आयोजित मेले में लाखों रुपए के अश्वों की खरीद-फरोख्त हुई थी। पिछले साल कोरोना संक्रमण के चलते पशुमेला नहीं भरा था।
प्रशासन की ओर से इंतजाम किए गए हैं। लाइट ,बिजली व पानी की व्यवस्था है। आने वाले दिनों में मेला और परवान चढ़ेगा पशुपालको का कहना है कि इस बार यहां घोड़े अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है कई छोटे घोड़े युवा घोड़ों का मोल भाव भी होने लगे हैं आने वाले दिनों में मेला और परवान चढ़ेगा।