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पुष्कर सरोवर: सिर्फ घोषणा से मिटा रहे प्रदूषण

locationअजमेरPublished: Dec 03, 2021 02:38:49 am

करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था एवं हजारों परिवारों की लाइफ लाइन कहे जाने वाले पुष्कर सरोवर में जल प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। लेकिन अफसर संजीदा नहीं और सरकार, जनप्रतिनिधियों व प्रशासन को इससे कोई सरोकार नहीं।

पुष्कर सरोवर: सिर्फ घोषणा से मिटा रहे प्रदूषण

पुष्कर सरोवर: सिर्फ घोषणा से मिटा रहे प्रदूषण

युगलेश शर्मा.

अजमेर. सभी तीर्थ करने के बाद पुष्कर सरोवर में स्नान नहीं करने पर धार्मिक यात्रा अधूरी मानी जाती है। यही कारण है कि पुष्कर सरोवर में स्नान करने के लिए प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं। साथ ही सरोवर पुरोहित, व्यवसायी, किसान परिवारों की लाइफ लाइन भी है। इन सबके बावजूद प्रदूषित होते पुष्कर सरोवर के जल को लेकर कोई गंभीरता, सोच और संजीदगी नजर नहीं आती। सरोवर श्रद्धालुओं के लिए स्वयं की पवित्रता बचाने को मोहताज है। गंदे पानी की आवक बर्षों से बनी हुई है। लेकिन संबंधित पक्षों के प्रयास सिर्फ थोथी घोषणाओं तक ही सीमित हैं।
कोई भी हो सरकार. .सभी बयानवीर

पुष्कर सरोवर को प्रदुषण मुक्त करने के लिए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने चार करोड़ दस लाख रुपये लागत की योजना बनाई लेकिन बाद में यह ठंडे बस्ते में चली गई। वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पिछले बजट में सरोवर में गंदे पानी की आवक रोकने के लिए डीपीआर बनाने की घोषणा की। यह कार्य भी अभी तक नहीं हुआ। उधर, खास बात यह भी कि स्थानीय विधायक सुरेश सिंह रावत भाजपा से लगातार दूसरी बार चुने गए हैं और उन्हीं की पार्टी के शासन में चार करोड़ की योजना भी बनाई गई थी। ना तो वे भाजपा और ना ही मौजूदा राज में योजना पर कुछ काम करा सके। प्रदूषण का कारण
बरसाती पानी के साथ नृसिंह घाट, वराह घाट, जयपुर घाट आदि पर गंदगी बिखरी रहती है। बड़ी बस्ती, परिक्रमा मार्ग, हाईब्रिज मार्ग से कस्बे का सारा गंदा पानी, प्लास्टिक आदि सीधे पुष्कर सरोवर में जाते हैं। पुष्कर सरोवर के घाटों पर कबूतरों के लिए अनाज, मछलियों के लिए खाद्य पदार्थ, तेल के लड्डू, चावल की खील आदि डाली जाती है।
इन उपायों की दरकार

-गंदे व बरसाती पानी की जावक रोकने की ठोस योजना बनाकर क्रियान्विति हो।
-सीवरेज लाइनें दुरुस्त कर एसटीपी से जोड़ा जाए।-पूरण कुंड में गंदे जल का एकत्रीकरण खत्म हो।-घाटों पर नियमित सफाई हो।
इनका कहना है
पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने चार करोड़ की योजना तथा सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट की आठ करोड़ की योजना बनाई जो कंाग्रेस सरकार बनने के बाद से अधूरी है। केन्द्र से मिलकर सरोवर का जल गोल्डन टेम्पल की तरह साफ कराने की योजना स्वीकृत कराई जाएगी। इस बारे में जलशक्ति विभाग के मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से भी बात हुई है।
– सुरेश सिंह रावत, विधायक पुष्कर।

सरोवर में जल प्रदूषण रोकने के लिए संबधित अधिकारियों से बात कर शीघ्र समाधान के प्रयास किए जाएंगे।

-नसीम अख्तर, प्रदेश उपाध्यक्ष कांगे्रस।
सरोवर में गंदे पानी की जावक रोकने की ठोस योजना बने। घाटों पर नियमित सफाई हो, अनाज ब्रिकी पर पाबंदी लगे, ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया जाए। जल शुद्धि के उपाय कराना जरूरी है
-कृष्ण गोपाल वशिष्ठ
पुजारी, ब्रह्मा मंदिर पुष्कर।

हजारों श्रद्धालुओं की आस्था के केन्द्र व पुष्कर की लाइफ लाइन पुष्कर सरोवर में बढ़ रहा जल प्रदूषण बहुत चिंताजनक है। इसे दूर करने के लिए पुष्कर सरोवर में बीसलपुर का पानी डालने के साथ ही सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त की जानी चाहिए।
– कुलदीप पाराशर
अध्यक्ष, बार एसोसिएशन पुष्कर।

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