काटना पड़ता है तीन किमी का चक्कर
पुलिया के नीचे से गुजरने वाला मार्ग बंद होने से नरसिंहपुरा, राजीव गांधी कॉलोनी, अवधपुरी, मारोठिया का कुआं आदि क्षेत्र के हजारों लोगों को अब अपने छोटे-मोटे कामों के लिए जौंसगंज रेलवे फाटक की ओर से लगभग तीन किमी की दूरी तय करके रामगंज जाना पड़ता है। कोढ़ में खाज ये है कि जौंसगंज में रेलवे समपार फाटक रेलगाडिय़ों की वजह से अधिकांश समय बंद ही रहता है। यहां ओवरब्रिज या अंडरपास भी नहीं बनाया गया है। नतीजतन लोगों को मजबूरन फाटक खुलने तक इंतजार करना पड़ता है।
पुलिया के नीचे से गुजरने वाला मार्ग बंद होने से नरसिंहपुरा, राजीव गांधी कॉलोनी, अवधपुरी, मारोठिया का कुआं आदि क्षेत्र के हजारों लोगों को अब अपने छोटे-मोटे कामों के लिए जौंसगंज रेलवे फाटक की ओर से लगभग तीन किमी की दूरी तय करके रामगंज जाना पड़ता है। कोढ़ में खाज ये है कि जौंसगंज में रेलवे समपार फाटक रेलगाडिय़ों की वजह से अधिकांश समय बंद ही रहता है। यहां ओवरब्रिज या अंडरपास भी नहीं बनाया गया है। नतीजतन लोगों को मजबूरन फाटक खुलने तक इंतजार करना पड़ता है।
एक-दूसरे पर जिम्मेदारी
क्षेत्र की पूर्व पार्षद नीतू मिश्रा के पति एडवोकेट रंजन शर्मा ने बताया कि पुलिया के नीचे से गुजरने वाला रास्ता बंद होने के कारण क्षेत्रवासियों को हो रही परेशानियों को देखते हुए क्षेत्रीय विधायक, जिला कलक्टर व मंडल रेल प्रबंधक सभी से पत्र व्यवहार किया गया। लेकिन दोनों ही विभागों ने एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल कर समाधान के प्रति अभी तक कोई रुचि नहीं दिखाई। क्षेत्रवासियों ने इस समस्या को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया लेकिन रेल प्रशासन ने अब तक ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा।
क्षेत्र की पूर्व पार्षद नीतू मिश्रा के पति एडवोकेट रंजन शर्मा ने बताया कि पुलिया के नीचे से गुजरने वाला रास्ता बंद होने के कारण क्षेत्रवासियों को हो रही परेशानियों को देखते हुए क्षेत्रीय विधायक, जिला कलक्टर व मंडल रेल प्रबंधक सभी से पत्र व्यवहार किया गया। लेकिन दोनों ही विभागों ने एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल कर समाधान के प्रति अभी तक कोई रुचि नहीं दिखाई। क्षेत्रवासियों ने इस समस्या को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया लेकिन रेल प्रशासन ने अब तक ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा।
फिर से शुरू करें मार्ग क्षेत्रवासी प्रदीप कच्छावा, लक्ष्मण सिह लोधा, गोपाल चित्तौडिय़ा, राजेश टांक, लालीदेवी साहू, आशा शर्मा, मोनू शर्मा, सम्पत गुर्जर, नौरत गुर्जर, जगदीश मीणा, प्रवीण खनगवाल आदि ने बताया कि उन्हें दूध, सब्जी, आटा, दवाई आदि जैसी अनेक रोजमर्रा की जरूरत की चीजों के लिए दिन में कई बार रामगंज जाना पड़ता है। वहीं बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थियों का अध्ययन के लिए जाने के लिए भी यही एकमात्र मार्ग है। लेकिन पुलिया के नीचे का रास्ता बंद होने से उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि रेल प्रशासन पुलिया के नीचे से रास्ता फिर से शुरू करे अथवा अंडरपास बनवाए जिससे रामगंज की तरफ उनकी आवाजाही पहले की तरह सुचारू हो सके। क्षेत्रवासियों ने चेताया है कि उनकी मांग पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो आंदोलनात्मक रुख अपनाया जाएगा।