सुबह से बादलों की झुंड आसमान में तैरते नजर आए। पेड़-पौधों, वाहनों और घर-आंगन में नमी भी दिखी। बादलों के कारण सूरज नहीं निकला। बर्फीली हवा और सर्दी ने लोगों को कंपकंपाए रखा। दोपहर में धूप-छांव का दौर चला। सड़कों के किनारे लोग सूखी पत्तियों और लकडिय़ों से अलाव जलाकर सर्दी से राहत पाते दिखे।
रात को बरसे बादल बादलों की मौजूदगी में मौसम में दिनभर ठंडक और गलन बनी रही। रात करीब 9 बजे बादलों ने चुप्पी तोड़ी। अजमेर में वैशाली नगर, माकड़वाली रोड, आनासागर लिंक रोड, पंचशील, पुष्कर रोड, शास्त्री नगर-लोहागल रोड और अन्य इलाकों में तेज गर्जना से बरसात हुई। कई जगह सड़कों पर पानी बह गया। इसी तरह जिले के पीसांगन और आसपास के इलाकों में भी बारिश हुई।
ला नीना का असर मौसम विभाग के अनुसार ला नीना के चलतेइस साल सर्दी ज्यादा है। प्रशांत महासगर में बनने वाली कंडीशन ईएनएसओ से मौसम में सर्दी होती है। इसे सर्दी में ला नीना और गर्मी में अल नीनो कहा जाता है। अलनीनो में समुद्र का तापमान बढ़ता है और ला नीना में कम होता है। पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी से ठंड का असर और बढ़ सकता है। घने कोहरे के अलावा कई इलाकों में तापमान में गिरावट भी हो सकती है। मैदानी और पहाड़ी इलाकों में तेज सर्दी से पाला पडऩे के भी आसार हैं।