हम भाजपा के इस अन्याय का बदला चुकाएंगे। इस उपचुनाव में हम कांग्रेस को समर्थन की घोषणा करते हैं। रविवार को जयपुर के राजपूत सभा भवन में आयोजित विशेष बैठक में राजपूत और रावणा राजपूत संघर्ष समिति, श्री राजपूत सभा, प्रताप फ ाउंडेशन, मारवाड़ राजपूत सभा, रावणा राजपूत सभा, श्री राजपूत करणी सेना, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, दुर्गा दल, भवानी निकेतन, जय राजपुताना संघ, राजपूत विकास परिषद समेत चारण महासभा आदि संगठनों ने यह हूंकार भरी।
बैठक को जयपुर राजपूत सभा अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा, मारवाड़ राजपूत सभा अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगटा, रावणा राजपूत सभा अध्यक्ष रणजीत सिंह सोडाला, श्री राजपूत करणी सेना अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय प्रतिनिधि प्रतिनिधि कर्ण राठौड़, राजपूत विकास परिषद के अध्यक्ष रणजीत सिंह नोसल, प्रदेश प्रवक्ता दुर्ग सिंह खींवसर, जय राजपूताना संघ के भंवर सिंह रेटा, बलबीर सिंह हाथोज, रणजीत सिंह गोंदिया, मोहन सिंह हाथोज, प्रताप फाउंडेशन नेता महावीर सिंह सरवड़ी, दिलीप सिंह घोड़ी वाला ने संबोधित किया। उन्होंने अजमेर से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रघु शर्मा तथा देहात कांग्रेस अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राठौड़ को जयपुर बुलाकर सभा भवन में ही मत व समर्थन का ऐलान किया। इसके साथ ही अलवर और मांडलगढ़ में भी कांग्रेस को समर्थन की घोषणा की गई।
बैठक को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में राजपूतों का अहम योगदान है। यही योगदान हमने प्रदेश में भाजपा को सींचने, उसे बड़ा करने और अंतत: उसे मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने में दिया। पिछले चार साल में तो भाजपा ने समाज को सम्मान देना तो दूर अत्याचार करना शुरू कर दिया। चतुर सिंह सोढ़ा प्रकरण, पद्मावती प्रकरण, आरक्षण की मांग सहित कई प्रकरणों में राजपूतों को नीचा दिखाया गया। आनंदपाल प्रकरण ने तो सभी हदें ही पार कर दी। हमारी मांग थी कि आनंदपाल प्रकरण की सीबीआई जांच हो।
सरकार ने हमारे ही खिलाफ जांच खोल कर हमारे हजारों युवाओं को फं साने का षड्यंत्र कर दिया। हमारे युवाओं को थाने में बैठा कर अमानवीय अत्याचार किए गए। राजपूत और रावणा राजपूत इस अत्याचार का बदला लेंगे। लोकतंत्र में वोट सबसे बड़ी शक्ति है। हम इस उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन देंगे। वक्ताओं ने कहा कि सरकार में बैठे विधायक मंत्री व सांसद में से एक भी नेता ने सरकार की ओर से समाज पर अन्याय व अत्याचार के विरोध में आकर खड़ा होना तो दूर, बोलना भी उचित नहीं समझा। इसके लिए समाज में आक्रोश व्याप्त है। संघर्ष समिति ने निर्णय लिया कि आने वाले समय में ऐसे नेताओं का विरोध किया जाएगा और सामाजिक कार्यक्रमों में इन को आमंत्रित नहीं किया जाएगा। जिसके लिए युवाओं की टीमें बनाई जा रही है ताकि ऐसे भ्रष्ट और चापलूस नेताओं को सबक सिखाया जाएगा।
इसी के साथ भाजपा सरकार के प्रत्याशी को हराने का निर्णय लेकर प्रदेश की जनता वह केंद्र में बैठे भाजपा के नेताओं को वर्तमान मुख्यमंत्री व उनकी टीम के कार्यकलापों का असली चेहरा सामने लाया जा सके। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह खाचरियावास, जिला अध्यक्ष जयपुर विक्रम सिंह मूंडरू, भूपेंद्र सिंह राठौड़, कर्ण सिंह, जय सिंह राठौड़, सत्येंद्र सिंह राघव, दयाल सिंह कात्यासनी, गजेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह खेड़ी, अजय सिंह राठौड़, मोहन सिंह शेखावत, प्रताप सिंह ,नारायण सिंह दिवराला आदि मौजूद रहे।
अजमेर में 16 जनवरी से भाजपा विरोधी अभियान 16 जनवरी को सुबह 11 बजे लोहागल स्थित राजपूत सभा भवन में रावणा राजपूत व राजपूत समाज के प्रमुख लोगों की बैठक होगी। इसमें भाजपा सरकार के खिलाफ मतदान करने व कार्यक्रमों को घोषित किया जाएगा, साथ ही संघर्ष समिति के कार्यालय का उद्घाटन किया जाएगा।