जयपुर में गुरुवार को आठों विधानसभा क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों सहित करीब 67 लोगों ने पर्ची में संभावित उम्मीदवार के नाम लिखकर पेटी में डाली। बाद में सत्ता एवं संगठन के शीर्ष मंडल ने उन सभी पर्चियों में से सर्वाधिक समान नाम वाले उम्मीदवार के रूप में रामस्वरूप लांबा का नाम पाया।
अगर भाजपा संगठन एवं हाईकमान अगर इन पर्चियों के माध्यम से उम्मीदवार चुनने के तरीके का इस्तेमाल करते हैं तो इसमें दिवंगत सांवर लाल जाट के लिए पुत्र लांबा की उम्मीदवारी मजबूत मानी जा रही है। भाजपा नेता एवं संगठन से जुड़े लोग भी लांबा की मजबूत दावेदारी से इंकार नहीं कर रहे हैं।
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अजमेर. पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री दिवंगत सांसद सांवरलाल जाट के पैतृक गांव गोपालपुरा में एक जनवरी को उनकी जयंती के मौके पर चुनावी शंखनाद की तैयारियां की जा रही हैं। इस दौरान सरकार की मुखिया के यहां पहुंचने की भी चर्चा है। जयंती के मौके पर रक्तदान शिविर भी रखा है। शिविर के आयोजन स्थल को सभा में तब्दील करने को लेकर भी तैयारियां की जा रही हैं। इसे लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं।
क्या हैं मायने… सरकार की मुखिया के पिछले दिनों जिलेभर में संवाद कार्यक्रम के दौरान उपचुनाव में जाट समाज को ही प्रतिनिधित्व देने की मांग उठी थी। जनसभा में दिवंगत जाट के पुत्र रामस्वरूप लांबा के समर्थक भी पहुंचे। ऐसे में माना जा रहा है कि एक जनवरी को गोपालपुरा में ही प्रत्याशी की घोषणा की जा सकती है। कार्यक्रम में लाम्बा के समर्थकों व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति अधिक रहने की संभावना है।