आयोग ने साल 2012, 2013, 2016, 2018 और 2021 में आरएएस परीक्षा कराई। लेकिन विवादों ने पीछा नहीं छोड़ा है। आरएएस 2012: स्केलिंग विवाद स्केलिंग के फार्मूले के कारण यह विवादों में रही। 1106 पदों के लिए हुई भर्ती का मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया। तकनीकी बाधाओं के निस्तारण के बाद 2015 में अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिली।
आरएएस 2013: पेपर लीक 990 पदों के लिए आरएएस-2013 परीक्षा नए पैटर्न और बगैर स्केलिंग फार्मूले के हुई। पेपर लीक मामले ने तूल पकड़ा। तत्कालीन अध्यक्ष हबीब खान गौरान को इस्तीफा देना पड़ा। आयोग को परीक्षा निरस्त करनी पड़ी।
आरएएस 2016: 15 गुणा पास का मामला 725 पदों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा का अंतिम परिणाम 17 अक्टूबर 2017 को जारी हुआ। प्री. परीक्षा स्तर पर 15 गुणा से अधिक सफल अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा से बाहर रखने का मामला हाईकोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी लगानी पड़ी। 2019 में अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिली।
आरएएस 2018: विवादों का अम्बार 1051 पदों के लिए 5 अगस्त 2018 को प्रारंभिक परीक्षा हुई। हाईकोर्ट ने प्रश्न संख्या 11 और 22 को हटाकर नए सिरे से परिणाम जारी के आदेश दिए। बाद में खंडपीठ के आदेश पर 25 और 26 जून 2019 को आरएएस मुख्य परीक्षा हुई। सुरज्ञान सिंह और अन्य ने प्रारंभिक परीक्षा की कट ऑफ को चुनौती दी। 9 जुलाई 2020 को मुख्य परीक्षा का परिणाण जारी हुआ। मुख्य परीक्षा में दो गुणा अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण करने की याचिका का हाईकोर्ट खंडपीठ के निस्तारण के बाद साक्षात्कार हुए।
आरएएस 2021: प्रश्नों का विवाद 988 पदों के लिए 27 अक्टूबर 2021 को प्रारंभिक परीक्षा में 3 लाख 36 हजार 721 अभ्यर्थी बैठे। परिणाम 19 नवम्बर को जारी हुआ। अभ्यर्थियों के आपत्ति देने पर आयोग ने छह प्रश्न डिलीट कर दिए। इसके बावजूद 5 प्रश्न सिरदर्द बन गए। इनको हाईकोर्ट ने एक्सपर्ट कमेटी के पास भेजने के आदेश दिए हैं।