यूं तो बोर्ड की बारहवीं विज्ञान, वाणिज्य और कला की परीक्षाएं मार्च में शुरू हुई थीं। लेकिन कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते बोर्ड को परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी थीं। अनलॉक 1.0 की शुरुआत के साथ बोर्ड ने जून में बारहवीं और दसवीं की परीक्षाएं कराई। अब बारहवीं विज्ञान का नतीजा बुधवार को जारी किया जा रहा है। विज्ञान में 2, 39 हजार 900 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
READ MORE: कार्यभार संभाला और निकल पड़े चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लेने बारहवीं के नतीजे के बाद होंगे प्रथम वर्ष में प्रवेश
अजमेर. राज्य के सभी कॉलेज में प्रथम वर्ष के प्रवेश कार्यक्रम का इंतजार है। सीबीएसई, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बारहवीं के नतीजे जारी होने के बाद कॉलेज शिक्षा निदेशालय प्रवेश तिथियां जारी करेगा। हालांकि निदेशालय प्रवेश नीति बीते जून में जारी कर चुका है।
राज्य के सभी सरकारी और निजी कॉलेज में उच्च शिक्षा विभाग की प्रवेश नीति के अनुसार दाखिले होते हैं। सत्र 2020-21 के लिए बीते जून में प्रवेश नीति जारी हो चुकी है। बीए-बीकॉम प्रथम वर्ष कला अैार वाणिज्य संकाय में पास कोर्स में प्रवेश के लिए 45 प्रतिशत और बीएससी प्रथम वर्ष विज्ञान संकाय में प्रवेश के लिए 48 प्रतिशत अंक आवश्यक है। स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश विश्वविद्यालयों के बीए, बी.कॉम, बी.एससी पार्ट तृतीय परीक्षाओं के परिणाम आने के बाद प्रारंभ होंगे।
अजमेर. राज्य के सभी कॉलेज में प्रथम वर्ष के प्रवेश कार्यक्रम का इंतजार है। सीबीएसई, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बारहवीं के नतीजे जारी होने के बाद कॉलेज शिक्षा निदेशालय प्रवेश तिथियां जारी करेगा। हालांकि निदेशालय प्रवेश नीति बीते जून में जारी कर चुका है।
राज्य के सभी सरकारी और निजी कॉलेज में उच्च शिक्षा विभाग की प्रवेश नीति के अनुसार दाखिले होते हैं। सत्र 2020-21 के लिए बीते जून में प्रवेश नीति जारी हो चुकी है। बीए-बीकॉम प्रथम वर्ष कला अैार वाणिज्य संकाय में पास कोर्स में प्रवेश के लिए 45 प्रतिशत और बीएससी प्रथम वर्ष विज्ञान संकाय में प्रवेश के लिए 48 प्रतिशत अंक आवश्यक है। स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश विश्वविद्यालयों के बीए, बी.कॉम, बी.एससी पार्ट तृतीय परीक्षाओं के परिणाम आने के बाद प्रारंभ होंगे।
हटाया परसेंटाइल फार्मूला
प्रथम वर्ष में प्राप्तांकों के बजाय परसेंटाइल फार्मूले के आधार पर प्रवेश दिए जाते थे। इससे सीबीएसई के विद्यार्थी दाखिले लेने में पिछड़ जाते थे। कोविड-19 संक्रमण के चलते सरकार परसेंटाइल फार्मूला को हटा दिया है। अब बारहवीं के प्राप्तांकों के आधार पर विद्यार्थियों को प्रथम वर्ष में प्रवेश मिलेंगे।
प्रथम वर्ष में प्राप्तांकों के बजाय परसेंटाइल फार्मूले के आधार पर प्रवेश दिए जाते थे। इससे सीबीएसई के विद्यार्थी दाखिले लेने में पिछड़ जाते थे। कोविड-19 संक्रमण के चलते सरकार परसेंटाइल फार्मूला को हटा दिया है। अब बारहवीं के प्राप्तांकों के आधार पर विद्यार्थियों को प्रथम वर्ष में प्रवेश मिलेंगे।