शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी के आगमन को लेकर बोर्ड में तैयारियां शुरू हो गई हैं। दोनों रिजल्ट निकालने के दौरान बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बी. एल. चौधरी, सचिव मेघना चौधरी, विशेषाधिकारी प्रियंका भार्गव, वित्तीय सलाहकार आनंद आशुतोष और अन्य मौजूद रहेंगे।
नहीं जारी होगी मेरिट लिस्ट बोर्ड साल 2017 की तरह साइंस और कॉमर्स की राज्य अथवा जिला स्तर की मेरिट लिस्ट जारी नहीं करेगा। इसका फैसला पिछले साल ही प्रबंध बोर्ड की बैठक में हो गया था। इसके बजाय बोर्ड ने टॉप थ्री विद्यार्थियों के नाम घोषित करने का निर्णय लिया था। पिछले साल बारहवीं के कला, वाणिज्य और विज्ञान सहित दसवीं में टॉप रहे विद्यार्थियों को 24 मई को होने वाले दीक्षान्त समारोह में मेडल प्रदान किए जाएंगे।
पिछले साल यह था नतीजा
साल 2017 में बारहवीं विज्ञान वर्ग का परिणाम 90.36 और वाणिज्य वर्ग का 90.88 प्रतिशत रहा था। विज्ञान वर्ग में छात्राओं का परिणाम 93.30 और छात्रों का 89.21 प्रतिशत रहा था। इसी तरह वाणिज्य वर्ग में छात्राओं का परिणाम 95.27और छात्रों का 88.56 प्रतिशत रहा था। पिछले साल विज्ञान और वाणिज्य वर्ग में कुल 19 हजार 274 विद्यार्थी फेल हुए थे। दोनों में कुल 7 हजार 434 विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री के योग्य घोषित किया गया था। विज्ञान में 17 हजार 012 विद्यार्थी फेल हुए थे। जबकि कॉमर्स में 2 हजार 262 विद्यार्थी फेल हुए थे।
यूं रहे थे जिलों के परिणाम बीते साल सीनियर सेकंडरी विज्ञान में नागौर जिला 94.10 प्रतिशत के साथ पूरे राज्य में प्रथम रहा था। जबकि शिक्षा राज्य मंत्री का गृह जिला
अजमेर 86.61 प्रतिशत के साथ प्रदेश में 32 वें स्थान पर था। इसी तरह वाणिज्य वर्ग में 95.38 प्रतिशत के साथ
जैसलमेर जिला सबसे टॉप रहा। अजमेर जिला 90.27 प्रतिशत के साथ 19 वें स्थान पर रहा था। ऐसा तब हुआ जबकि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का कार्यालय अजमेर में है। साथ ही अजमेर को राजस्थान का एज्यूकेशन हब कहा जाता रहा है।