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बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं 20 मार्च से स्थगित की हैं। बारहवीं के भूगोल, मनोविज्ञान, गणित, आईटी, गृहविज्ञान, संस्कृत साहित्य, व्यवसाय अध्ययन, चित्रकला, अंग्रेजी साहित्य और अन्य पेपर बाकी हैं। जबकि दसवीं में दसवीं-गणित और सामाजिक विज्ञान, ऑटोमेटिव,आईटी, कृषि, प्लम्बर और अन्य विषय हैं। ताकि समय पर निकलें परिणाम
बोर्ड सीनियर सेकंडरी कला, वाणिज्य और विज्ञान के नतीजे प्रतिवर्ष मई तथा दसवीं का नतीजा जून में जारी करता रहा है। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण दसवीं-बारहवीं के कई विषयों के पेपर बाकी हैं। उधर समय पर परिणाम निकालना भी चुनौती है। शिक्षा मंत्री, बोर्ड प्रशासन और उच्च स्तर पर कॉपियों की जांच और बकाया परीक्षाएं त्वरित कराने को लेकर विचार-विमर्श जारी है।
बोर्ड सीनियर सेकंडरी कला, वाणिज्य और विज्ञान के नतीजे प्रतिवर्ष मई तथा दसवीं का नतीजा जून में जारी करता रहा है। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण दसवीं-बारहवीं के कई विषयों के पेपर बाकी हैं। उधर समय पर परिणाम निकालना भी चुनौती है। शिक्षा मंत्री, बोर्ड प्रशासन और उच्च स्तर पर कॉपियों की जांच और बकाया परीक्षाएं त्वरित कराने को लेकर विचार-विमर्श जारी है।
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चल रहा है मूल्यांकन
बोर्ड ने बीते अप्रेल से ही मार्च में हो चुकी परीक्षाओं की कॉपियां जंचवाना शुरू कर दिया। मई के दूसरे पखवाड़े तक कई विषयों की कॉपियां जंच चुकी हैं। जिला शिक्षा अधिकारियों को कॉपियों के बंडल परीक्षकों तक भेजने और मंगवाने की जिम्मेदारी दी गई है। बकाया परीक्षाएं होने के बाद बोर्ड 20 दिन में परिणाम जारी कर सकता है।
कॉपियों की जांच लगातार जारी है। हमें केवल बकाया परीक्षाएं करानी हैं। इसके बाद 20 दिन में बोर्ड के परिणाम जारी कर दिए जाएंगे। ताकि विद्यार्थियों को कहीं प्रवेश लेने में दिक्कतें नहीं हों।
प्रो. डी. पी. जारोली, अध्यक्ष राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
लॉकडाउन खुलने का इंतजार, तभी होगी कॉपियों की जांच अजमेर. विद्यार्थियों की कॉपियां जंचवाने के लिए महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय को लॉकडाउन खुलने का इंतजार है। कॉपियों के बंडल विश्वविद्यालय में पहुंच चुके हैं। अब इन्हें जांच के लिए परीक्षकों तक भेजना चुनौती है।
वार्षिक परीक्षाओं मेेें स्नातक और स्नातकोत्तर विषयों के 3 लाख से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होते रहे हैं। परीक्षाओं के बाद कॉपियों के सीलबंद बंडल विश्वविद्यालय पहुंचाए जाते हैं। यहां से गोपनीय-परीक्षा विभाग इन्हें परीक्षकों को जांचने भेजते हैं। परीक्षक जांच के बाद कॉपियां और गोपनीय लिफाफे में अवार्ड लिस्ट भेजते हैं।