इसी तरह वरिष्ठ व्याख्याता ग्रेड द्वितीय (विशेष शिक्षा) मेडिकल एवं स्वास्थ्य विभाग में फिजियोथेरेपिस्ट (नॉन टीएसपी एवं टीएसपी), सहायक नगर नियोजक, वन विभाग में रेंज अधिकारी और सहायक वन संरक्षक और कॉलेज शिक्षा विभाग में व्याख्याता सारंगी परीक्षा भी कराई जानी है। आयोग ने 14 जून तक आवेदन पत्र में ऑनलाइन संशोधन की सुविधा दी थी। अभ्यर्थियों के स्तर पर यह कार्य पूरा हो गया है। अब आयोग आवेदनों की जांच में जुटा है।
केवल तीन परीक्षाओं की तिथि…. आयोग ने अब तक केवल तीन परीक्षाओं की तिथि घोषित की है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के लिए प्रधानाध्यापक प्रतियोगी परीक्षा-2017 का आयोजन 2 सितम्बर को होगा। इसी तरह उप निरीक्षक (पुलिस) प्रतियोगी परीक्षा-2016 का आयोजन 7 अक्टूबर को किया जाएगा। इसी तरह आरएएस एवं अधीनस्थ सेवाएं (संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा सीधी भर्ती)-2018 की प्रारंभिक परीक्षा 5 अगस्त को होगी। इनके अलावा किसी भर्ती परीक्षा की तिथि निर्धारित नहीं हुई है।
नहीं हो रही सुनवाई एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष जितेंद्र गुर्जर ने बताया कि हॉस्टल की क्षतिग्रस्त दीवार के बारे में छात्रों ने प्रशासन को कई बार अवगत कराया है। इसके बावजूद सुनवाई नहीं हुई है। दीवार की मरम्मत तो अलग अधिकारियों ने इसका मौका मुआयना भी नहीं किया है। इसके अलावा टॉयलेट और बाथरूम की पाइप लाइन भी टूट चुकी है। इससे दीवारों में पानी भरने लगा है।
आरएसआरडीसी ने बनाए हैं भवन
विश्वविद्यालय के सभी भवन राजस्थान स्टेट रोड डवलपमेंट कॉरपॉरेशन ने बनवाए हैं। इनमें कुलपति सचिवालय, महाराणा प्रताप भवन, चाणक्य भवन, केंद्रीय पुस्तकालय, कणाद, विक्रमादित्य भवन, महर्षि वाल्मीकि, चरक और अन्य भवन शामिल हैं। नचिकेता हॉस्टल बॉयज और गार्गी गल्र्स हॉस्टल का निर्माण भी कॉरपॉरेशन ने कराया है। कई भवन तो पिछले पांच-दस साल में बने हैं। इनमें से कई भवनों के टॉयलेट खराब हैं। दीवारों में पानी भरने की समस्या बनी हुई है।
विश्वविद्यालय के सभी भवन राजस्थान स्टेट रोड डवलपमेंट कॉरपॉरेशन ने बनवाए हैं। इनमें कुलपति सचिवालय, महाराणा प्रताप भवन, चाणक्य भवन, केंद्रीय पुस्तकालय, कणाद, विक्रमादित्य भवन, महर्षि वाल्मीकि, चरक और अन्य भवन शामिल हैं। नचिकेता हॉस्टल बॉयज और गार्गी गल्र्स हॉस्टल का निर्माण भी कॉरपॉरेशन ने कराया है। कई भवन तो पिछले पांच-दस साल में बने हैं। इनमें से कई भवनों के टॉयलेट खराब हैं। दीवारों में पानी भरने की समस्या बनी हुई है।