उन्होंने बताया कि शुक्रवार से इन जिलों में पंजीयन फिर से शुरू होगा। जालोर एवं दौसा केन्द्रों पर केवल मूंगफली एवं शेष 14 जिलों में किसान मूंग एवं मूंगफली दोनों का पंजीयन करा सकेंगे। इसमें मूंग के 88 केन्द्रों पर 11 हजार 708 तथा मूंगफली के 42 केन्द्रों पर 6 हजार 79 किसानों का पंजीयन होगा।
READ MORE : फिर बदली अजमेर जिले में पंचायत चुनाव की तिथियां इस निर्णय से मूंग एवं मूंगफली के 130 केन्द्रों पर 17 हजार 787 किसानों को फायदा मिलेगा। उन्होंने बताया कि 328 खरीद केन्द्र स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 2 लाख 55 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर मूंग, उडद, सोयाबीन एवं मूंगफली के लिए पंजीयन कराया है। मूंग के लिए 1 लाख 32 हजार 260 किसानों ने पंजीयन कराया है।
प्रबंध निदेशक राजफैड़ सुषमा अरोड़ा ने बताया कि राज्य में 228 केन्द्रों पर 31 दिसम्बर तक 1 लाख 13 हजार 897 किसानों से 2 लाख 24 हजार 577 मीट्रिक टन की मूंग एवं मूंगफली की खरीद हो चुकी है।
READ MORE : राजनीति : फिर कैसे होगी आधी आबादी की पूरी भागीदारी इसकी राशि 1376.08 करोड़ रुपए है। उन्होंने बताया कि 94 हजार 014 किसानों को 1137.52 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि किसानों को शीघ्र भुगतान हो इसके लिए वेयर हाउस ई-रिसिप्ट सेवा शुरू की गई है। किसान के उपज बेचान करने के 4 दिन के भीतर ही भुगतान सीधा उसके खाते में हो रहा है।
उन्होंने बताया कि मूंग के लिए 1 लाख 6 हजार 919 व मूंगफली के लिए 69 हजार 426 किसानों को तारीख आवंटित की जा चुकी है। READ MORE : CFC : गोटा कामगारों को एक दशक बाद जगी राहत की आस
उन्होंने बताया कि 31 दिसम्बर तक 67 हजार 758 किसानों से 838.02 करोड़ रुपए का 1 लाख 18 हजार 868 मीट्रिक टन मूंग एवं 33 हजार 994 किसानों से 538.06 करोड़ रुपए मूल्य की 1 लाख 05 हजार 709 मीट्रिक टन मूंगफली की खरीद की जा चुकी है।