केस-1 कद-काठी उम्र से पकड़ा गया शिक्षक जीजा सिविल लाइन स्थित जवाहर सीनियर सैकेंडरी स्कूल में अभ्यर्थी जालौर के सांचौर धानता निवासी दिनेश कुमार के स्थान पर उसका जीजा सांचौर पुर निवासी स्वरूपाराम देवासी पुत्र विभाराम परीक्षा देते पकड़ा गया। हुआ यूं कि रीट परीक्षा देने आए स्वरूपाराम की कद-काठी व उसकी उम्र आवेदन व प्रवेश पत्र से मेल नहीं खा रही थी। एटीएस-एसओजी की सूचना पर डीएसटी के सिपाही सुनील मील व जोगेन्द्रसिंह ने उसको केन्द्र से हिरासत में ले लिया। रविवार देर रात आरोपी ने सच्चाई उगल दी। उसने अपनी असली पहचान बताते हुए कहा कि वह साले दिनेश को रीट लेवल प्रथम में पास कराने के लिए परीक्षा देने आया था। पुलिस ने स्वरूपाराम और दिनेश के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र रचकर परीक्षा में अनुचित तरीके से पास कराने का मामला दर्जकर लिया।
केस-2 दम्पती गिरफ्तार, पति गया जेल, पत्नी को जमानत फर्जी आधार कार्ड बनाकर पत्नी के साथ परीक्षा देने आए भजनलाल विश्नोई के बाद उसकी पत्नी देवी को भी कोतवाली थाना पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी भजनलाल विश्नोई पत्नी को पास करवाने के इरादे से देवी चन्द विश्नोई के नाम से गलत आधार कार्ड बनाया। इसके बाद आरोपी ने रीट में भी देवीचन्द विश्नोई के नाम से आवेदन कर दिया। दोनों पति पत्नी रविवार को सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल में परीक्षा देने पहुंचे। भजनलाल विश्नोई को डीएसटी के सिपाही मनोज ने फर्जी नाम व प्रवेश पत्र से परीक्षा देते पकड़ा। खास बात यह रही कि पकड़े जाने के बाद उन्होंने भाई-बहन बता बचने का प्रयास किया। सिपाही मनोज की रिपोर्ट पर कोतवाली थाना पुलिस ने धोखाधड़ी और दस्तावेज में हेरफेर का मुकदमा दर्ज किया।
खुद कर रहा था बीएड
पुलिस पड़ताल में आया कि भजनलाल बीएड कर रहा है। पत्नी को रीट में पास करवाने के इरादे से उसने षड्यंत्र तो रचा मगर कामयाब नहीं हो सका। दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से भजनलाल को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया जबकि देवी को जमानत मिल गई।
रात पर चली पूछताछ रीट के बाद एटीएस-एसओजी की सूचना पर आईपीएस सुमित मेहरड़ा के नेतृत्व में जिला स्पेशल टीम ने शहर के विभिन्न केन्द्रों से संदिग्ध अभ्यर्थियों को पकड़ा। जिनसे मेहरड़ा ने सुबह 4 बजे तक पूछताछ की। हालांकि पूछताछ के बाद अधिकांश की पहचान की तस्दीक व सही पाए जाने के बाद छोड़ दिया। हालांकि कुछ अभ्यर्थियों को सोमवार सुबह छोड़ा गया।
इनका कहना है गहनता से पूछताछ के बाद अजमेर में सिविल लाइन व कोतवाली थाने में व किशनगढ़ में प्रकरण दर्ज किए। पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए शेष अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र में फोटो समेत कई खामियां सामने आई थी। पूछताछ व तस्दीक के बाद छोड़ दिया।
सुमित मेहरड़ा, प्रशिक्षु आईपीएस