पीसांगन कचरा संग्रहण के लिए 5, स्कूल भवन, खेल मैदान के लिए 3, श्मशान कब्रिस्तान के 2, ग्राम सहकारी समिति के 1 तथा दुग्ध उत्पादक समिति के लिए 2 जगहों पर भूमि आरक्षित की गई।
भिनाय कचरा संग्रहण के लिए 10, श्मशान-कब्रिस्तान के 3, राजकीय कार्यालय के लिए 3 तथा मेला मैदान के लिए 1 जगह भूमि आरिक्षत की गई है। मसूदा कचरा संग्रहण के लिए 16, श्मशान-कब्रिस्तान के 5, तथा मेला मैदान के लिए 1 जगह भूमि आरिक्षत की गई है।
एक अप्रैल से अजमेर जिले में होगा क्रियान्वयन
अजमेर. मिशन परिवार विकास कार्यक्रम पूरे प्रदेश में लागू करने की कड़ी में कार्यशाला आयोजित की गई। मिशन परिवार विकास कार्यक्रम का क्रियान्वयन अजमेर जिले में अप्रैल से शुरू होगा। सीएमएचओ डॉ के.के. सोनी ने बताया कि मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के लागू होने के कारण परिवार कल्याण में नए आयाम स्थापित होंगे। अंतराल साधनों को बढ़ावा देते हुए 30 प्रतिशत को 60 प्रतिशत तक ले जाया जाएगा। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए नवाचार लागू किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में सास-बहू एवं पति सम्मेलन के द्वारा परिवार कल्याण के बारे में प्रचार किया जाएगा।
एक अप्रैल से अजमेर जिले में होगा क्रियान्वयन
अजमेर. मिशन परिवार विकास कार्यक्रम पूरे प्रदेश में लागू करने की कड़ी में कार्यशाला आयोजित की गई। मिशन परिवार विकास कार्यक्रम का क्रियान्वयन अजमेर जिले में अप्रैल से शुरू होगा। सीएमएचओ डॉ के.के. सोनी ने बताया कि मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के लागू होने के कारण परिवार कल्याण में नए आयाम स्थापित होंगे। अंतराल साधनों को बढ़ावा देते हुए 30 प्रतिशत को 60 प्रतिशत तक ले जाया जाएगा। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए नवाचार लागू किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में सास-बहू एवं पति सम्मेलन के द्वारा परिवार कल्याण के बारे में प्रचार किया जाएगा।
नसबंदी राशि बढ़ाई, प्रेरक को भी मिलेगी राशि मिशन परिवार विकास के कारण ही अंतराल साधन में इंजेक्टबल अंतराल में प्रेरक राशि 100 रूपए एवं लाभार्थी को भी 100 रूपए प्रदान किए जाएंगे। अब से परिवार कल्याण में नसबंदी साधन अपनाने वालों को भी मानदेय राशि बढ़ाकर 1400 से 2000 एवं पुरुष नसबंदी में 2000 से बढ़ाकर 3000 की गई है। प्रेरक को भी महिला नसबंदी पर 300 एवं पुरूष नसबंदी पर 400 रूपए की राशि प्रदान की जाएगी।
रैंकिंग के निर्देश जिले के परिवार कल्याण कार्यक्रमों का रिव्यू कार्यशाला में एसीएमएचओ डॉ. एस.एस. जोधा ने किया। सीएमएचओ सोनी ने सभी कार्यक्रमों समय पर रैंकिंग के लिए विशेष जोर देने के निर्देश दिए। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. रामस्वरूप किराड़िया ने मच्छर जनित रोगों के बारे में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में सावधानी बरतने एवं प्रचार प्रसार बाबत चर्चा की।