देसी नुस्खे मददगार अजमेर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार एवं होम क्वॉरंटीन में 14 दिन पूरा करने वाले मरीजों की संख्या अब तेजी से बढ़ रही है। कोरोना से घबराने के बजाय सकारात्मक सोच के साथ उपचार, योग और प्राणायाम लोगों के लिए ‘रामबाण’ साबित हो रहा है।
पिछले दो-तीन दिनों में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढऩे से जेएलएन अस्पताल प्रशासन एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने भी राहत की सांस ली है। हालांकि फिर भी कोरोना संक्रमण के उपचार व सावधानियों में किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं रखी जा रही।
सैटेलाइट हॉस्पिटल में डे-केयर पेशेंट जवाहर लाल नेहरू अस्पताल से संबद्ध आदर्शनगर स्थित सैटेलाइट अस्पताल प्रबंधन की नई पहल से भी मरीजों को राहत मिली है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. राकेश पोरवाल ने बताया कि सैटेलाइट अस्पताल में अगर कोई मरीज ऑक्सीजन सिलैण्डर लेकर पहुंचता है तो उसे भी डे-केयर पेशेंट के रूप में दिनभर भर्ती किया जा रहा है।
सभी ऑक्सीजन बेड फुल डॉ. पोरवाल ने बताया कि अस्पताल में ३५ ऑक्सीजन बेड हैं और सभी पर मरीज भर्ती हैं। लेकिन अगर कोई मरीज ऑक्सीजन सिलैण्डर के साथ अस्पताल में आया है तो उसे दिनभर अस्पताल में भर्ती रख डे-केयर पेशेंट के रूप में चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों की देखरेख में रखा जाकर शाम को वापस घर भेजा जा रहा है। मंगलवार को भी कुछ ऐसे ही मरीजों को दिनभर अस्पताल में रखकर उपचार दिया गया।
50 ऑक्सीजन सिलेण्डर का भण्डार अजमेर में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए राहत की खबर यह है कि पंचशील सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने के साथ उपचार शुरू कर दिया गया है। मंगलवार को पंचशील सीएचसी की कोविड ओपीडी में मरीजों की जांच के बाद उन्हें भर्ती किया गया।
चिकित्सा विभाग व प्रशासन की ओर से पंचशील में डेडीकेटेड कोविड केयर सेन्टर प्रारंभ करने के बाद मंगलवार रात्रि २ मरीजों को भर्ती किया गया। मंगलवार को ओपीडी में आने वाले 85-90 के बीच ऑक्सीजन लेवल वाले मरीजों की जांच के बाद उन्हें भर्ती किया गया। 75 से कम लेवल के रोगियों को जेएलएन अस्पताल में रैफर किया गया।
चिकित्सकों के अनुसार मंगलवार दोपहर में 5 से अधिक मरीज भर्ती थे। ऑक्सीजन के 50 सिलेण्डर की यहां फिलहाल व्यवस्था की गई है। मरीजों की संख्या बढऩे पर इनमें भी बढ़ोतरी की जाएगी।