तालाब ए शाही का कुल भराव 11 फीट, 9.50 फीट से अधिक भरा
तालाब शाही की कुल भराव क्षमता 11 फीट है। जिसमें से अब तक ९.50 फीट पानी का भराव हो चुका है। जिसे लेकर स्थानीय लोग खुशी जाहिर करते देखे जा सकते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पर्यटन की दृष्टि से भी इस बार लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। गौरतलब है कि तालाब शाही पर कुछ निर्माण कार्य भी चल रहे हैं। जिनका प्रमुख उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है। गौरतलब है कि तालाब शाही से आसपास के क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई की जाती है। वहीं खेती सहित जानवरों के उपयोग का पानी भी इसी जलाशय से लिया जाता है। आपको बता दें कि इस तालाब शाही बांध से 3 माइनर निकलती हैं। जिसमें प्रथम खानपुर माइनर, द्वितीय ग्राम पगुली माइनर, जबकि तृतीय माइनर पोप नगर है। इन तीनों माइनरो से निकलने वाले पानी से हजारों बीघा जमीनों में सिंचाई की जाती है।
तालाब शाही की कुल भराव क्षमता 11 फीट है। जिसमें से अब तक ९.50 फीट पानी का भराव हो चुका है। जिसे लेकर स्थानीय लोग खुशी जाहिर करते देखे जा सकते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पर्यटन की दृष्टि से भी इस बार लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। गौरतलब है कि तालाब शाही पर कुछ निर्माण कार्य भी चल रहे हैं। जिनका प्रमुख उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है। गौरतलब है कि तालाब शाही से आसपास के क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई की जाती है। वहीं खेती सहित जानवरों के उपयोग का पानी भी इसी जलाशय से लिया जाता है। आपको बता दें कि इस तालाब शाही बांध से 3 माइनर निकलती हैं। जिसमें प्रथम खानपुर माइनर, द्वितीय ग्राम पगुली माइनर, जबकि तृतीय माइनर पोप नगर है। इन तीनों माइनरो से निकलने वाले पानी से हजारों बीघा जमीनों में सिंचाई की जाती है।
रामसागर भी जल्दी होगा ओवरफ्लो बाड़ी उपखंड का पहला सबसे बड़ा निकटतम जलाशय रामसागर बांध है। जिसकी कुल भराव क्षमता लगभग 25 फीट है। जिसमें से 23.50 फीट भर चुका है। ऐसे में उक्त इलाके के ग्राम आदमपुर एवं समस्त कस्बा बाड़ी का पूरा क्षेत्र, ग्राम लहोरिया पुरा, धोरा बैग, खानपुर, करेरउआ, उमरी, गदराई का पुरा, रजापुर, धनोरा, हंसाई, सोहंस ग्राम तक अंतिम टेल तक रामसागर बांध से हजारों सिंचित बीघा जमीनों में सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है। नहर परियोजना के पूर्व चेयरमैन रामेंद्र मीणा से मिली जानकारी के अनुसार दूसरी तरफ रामसागर बांध से निकलने वाली नहरों से ग्राम निधारा, रानपुर, गुमत एरिया, कुहमनी, सोगीउरई, बटेश्वर, घड़ी खिराना आदि इससे सटी भी हजारों हेक्टेयर जमीनों पर काश्तकार सिंचाई के लिए बांध से पानी लेते हैं।
उपखंड के सभी बांधों की यह है स्थिति
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता पपेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि बाड़ी उपखंड के सबसे बड़े बांध रामसागर बांध की भराव क्षमता 25.10 फीट के विपरीत 23.50 फीट पानी आ चुका है। इसी प्रकार उर्मिला सागर में 28.50 के विपरीत 19.20 है। तालाब शाही बांध में 11 फीट के विपरीत 9.20 फीट है। हुसैनपुर बांध में 9.50 के विपरीत 8 फीट पानी है। उन्होंने आगे बताया कि उमरेह बांध में 9.50 पानी की भराव क्षमता के विपरीत 8.20 है। आरटी बांध में 6.25 के विपरीत 5.80 फीट पानी है। राजस्थान के सबसे बड़े कच्चे बांध पार्वती बांध में 35.46 के विपरीत 221.65 मीटर पानी आ चुका है।
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता पपेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि बाड़ी उपखंड के सबसे बड़े बांध रामसागर बांध की भराव क्षमता 25.10 फीट के विपरीत 23.50 फीट पानी आ चुका है। इसी प्रकार उर्मिला सागर में 28.50 के विपरीत 19.20 है। तालाब शाही बांध में 11 फीट के विपरीत 9.20 फीट है। हुसैनपुर बांध में 9.50 के विपरीत 8 फीट पानी है। उन्होंने आगे बताया कि उमरेह बांध में 9.50 पानी की भराव क्षमता के विपरीत 8.20 है। आरटी बांध में 6.25 के विपरीत 5.80 फीट पानी है। राजस्थान के सबसे बड़े कच्चे बांध पार्वती बांध में 35.46 के विपरीत 221.65 मीटर पानी आ चुका है।