शहर सहित अजमेर जिलेभर में अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के आह्वान पर सेवारत चिकित्सकों का कार्य बहिष्कार तीसरे दिन भी जारी है। एक दो चिकित्सक ड्यूटी कर रहे हैं। जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं डिस्पेंसरियों में भी चिकित्सकों के नहीं पहुंचने से खासा परेशानी का कामना करना पड़ा।
बैरंग लौट रहे मरीज : डेंगू, चिकनगुनिया, स्वाइन फ्लू से मरीज आहत हैं, मरीज परेशान हैं। नियमित सेवाएं देने वाले चिकित्सक की गैर मौजूदगी से मरीज बैरंग घरों को लौट रहे हैं। आयुष नहीं लिख पा रहे हैं एलोपैथिक दवा :
आयुष चिकित्सकों की ओर से एलोपैथिक दवा लिखने में ही परेशानी आ रही है। कुछ तो नर्सिंगकर्मियों से पूछ कर तो कुछ व्हाट्सएप पर परिचित चिकित्सकों से संबंधित रोग की संबंधित दवा लिखवाकर मरीजों को सलाह दे रहे हैं।
सेना, रेलवे के चिकित्सकों को न्यौता : जिला कलक्टर गौरव गोयल ने सेना, रेलवे के भूतपूर्व चिकित्सकों को सेवा के लिए आमंत्रित किया है। रेलवे के चिकित्सक लगाए भी हैं। संविदा पर भी चिकित्सक लगाने की कवायद शुरू की है। पांच प्राइवेट अस्पतालों में सरकारी चिकित्सालय की ओपीडी पर्ची से प्राइवेट चिकित्सालय में ओपीडी परामर्श की सुविधा शुरू की है।
मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों की स्थिति अस्पताल आईपीडी ओपीडी मेजर ऑपरेशन /डिलीवरी माइनर ऑपरेशन
जेएलएनएच 70 2035 19 04 जनाना अस्पताल. 150 207 58
सैटेलाइट चिकित्सालय 01 477 – – मेडिकल कॉलेज के चिकित्सालयों में चिकित्सा सुविधाएं व्यवस्थित संचालित हैं। रेजीडेंट ने दो घंटे पेनडाउन हड़ताल का ज्ञापन सौंपा है। इंटन्र्स चिकित्सक भी हड़ताल पर हैं।
-डॉ. आर.के. गोखरू, प्रिंसीपल जेएलएन मेडिकल कॉलेज
जेएलएनएच 70 2035 19 04 जनाना अस्पताल. 150 207 58
सैटेलाइट चिकित्सालय 01 477 – – मेडिकल कॉलेज के चिकित्सालयों में चिकित्सा सुविधाएं व्यवस्थित संचालित हैं। रेजीडेंट ने दो घंटे पेनडाउन हड़ताल का ज्ञापन सौंपा है। इंटन्र्स चिकित्सक भी हड़ताल पर हैं।
-डॉ. आर.के. गोखरू, प्रिंसीपल जेएलएन मेडिकल कॉलेज
जेएलएन अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं दी रही है। फिलहाल किसी तरह की परेशानी नहीं है।
-डॉ. अनिल जैन, अधीक्षक जेएलएनएच निजी अस्पताल में नि:शुल्क ओपीडी परामर्श सेवारत चिकित्सकों के सामूहिक त्याग-पत्र और कार्य बहिष्कार के मद्देनजर जिलेभर में चिकित्सा व्यवस्था सुचद्रू बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। आवश्यकता पडऩे पर चिकित्सकों को संविदा के आधार पर भी लगाया जाएगा।
जिला कलक्टर गौरव गोयल ने बताया कि जिले में चिकित्सा व्यवस्था बनाए रखने तथा मरीजों को कोई कठिनाई न हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सालयों में आवश्यकता पडऩे पर वॉक इन इंटरव्यू से संविदा पर 56 हजार रुपए प्रतिमाह पर चिकित्सकों की भर्ती भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूर्व में यह मासिक वेतन 30 हजार रुपए निर्धारित था जिसे सरकार ने बढ़ाकर 56 हजार रुपए कर दिया है।
-डॉ. अनिल जैन, अधीक्षक जेएलएनएच निजी अस्पताल में नि:शुल्क ओपीडी परामर्श सेवारत चिकित्सकों के सामूहिक त्याग-पत्र और कार्य बहिष्कार के मद्देनजर जिलेभर में चिकित्सा व्यवस्था सुचद्रू बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। आवश्यकता पडऩे पर चिकित्सकों को संविदा के आधार पर भी लगाया जाएगा।
जिला कलक्टर गौरव गोयल ने बताया कि जिले में चिकित्सा व्यवस्था बनाए रखने तथा मरीजों को कोई कठिनाई न हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सालयों में आवश्यकता पडऩे पर वॉक इन इंटरव्यू से संविदा पर 56 हजार रुपए प्रतिमाह पर चिकित्सकों की भर्ती भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूर्व में यह मासिक वेतन 30 हजार रुपए निर्धारित था जिसे सरकार ने बढ़ाकर 56 हजार रुपए कर दिया है।
जिला कलक्टर ने समस्त उपखंड अधिकारियों एवं तहसीलदारों को भी निर्देश दिए हैं कि वे प्रतिदिन सुबह 9 बजे अपने अधीन जिला चिकित्सालयों, सैटेलाइट अस्पतालों, उप जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ केन्द्रों पर कार्यरत चिकित्सकों की उपस्थिति की जांच करें। अनुपस्थित चिकित्सकों के कॉलम में अनुपस्थिति दर्ज करें।
पांच प्राइवेट चिकित्सालयों ने दी सुविधा की इजाजत जिला कलक्टर ने बताया कि पांच निजी चिकित्सालयों में मरीज की ओर से राजकीय चिकित्सालय की ओपीडी पर्ची लेकर जाने पर उसका नि:शुल्क ओपीडी परीक्षण किया जाएगा। रोगी को उपचार लिखने के बाद औषधि राजकीय चिकित्सालय से ही नि:शुल्क प्राप्त होगी। प्राइवेट चिकित्सालय सेंट फ्रांसिस हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम, घीसीबाई मेमोरियल मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर पुष्कर रोड, क्षेत्रपाल हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, पंचशील नगर, आनंद हॉस्पिटल ब्यावर तथा नानक मेमोरियल हॉस्पिटल नसीराबाद हैं।
विशेषज्ञ चिकित्सक लगाए इंटन्र्स की ओर से चिकित्सालयों में ड्यूटी नहीं देने पर मेडिकल कॉलेज से 20 चिकित्सा विशेषज्ञों को विभिन्न चिकित्सालयों में लगाया गया है। जिनमें अमृतकौर अस्पताल ब्यावर में 5 एवं किशनगढ़, केकड़ी, बिजयनगर, नसीराबाद तथा पुष्कर चिकित्सालयों में 3-3 चिकित्सा विशेषज्ञ लगाए गए हैं। रेलवे से भी 2 चिकित्सा अधिकारी बुधवार को सराधना एवं गगवाना के राजकीय चिकित्सालय में सेवाएं देंगे। ब्यावर के प्राइवेट चिकित्सालय आनंदानी हॉस्पिटल से 2 डॉक्टरों की सेवाएं अमृतकौर चिकित्सालय में ली गई हैं।