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रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल, 24 घंटे के लिए सामूहिक अवकाश, मरीज रहे परेशान

locationअजमेरPublished: Aug 01, 2019 06:17:42 pm

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जेएलएन मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में गड़बड़ाई चिकित्सा व्यवस्था, 300 रेजीडेंट डॉक्टर्स अवकाश पर

resident doctors strike

रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल, 24 घंटे के लिए सामूहिक अवकाश, मरीज रहे परेशान

अजमेर. देशभर में एनएमसी बिल (Nmc bill)के विरोध में अजमेर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के करीब 300 रेजीडेंट डॉक्टर्स सामूहिक अवकाश पर चले गए। एक दिन की हड़ताल (Strike) के चलते कॉलेज सहित चिकित्सालय के सभी विभागों में चिकित्सा सेवाएं चरमरा गई। जेएलएन अस्पताल, सैटेलाइट अस्पताल सहित राजकीय जनाना अस्पताल में वार्डों के साथ ओपीडी सेवाएं भी प्रभावित हुईं।
जेएलएन(Jln) मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष देवराज राव के नेतृत्व में गुरुवार को सुबह 8 बजे अस्पताल के कैज्युल्टी गेट के सामने प्रदर्शन (protest)किया। केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एनएमसी बिल (Nmc bill) में संशोधन की मांग की। रेजीडेंट डॉक्टर्स की ओर से एक साथ सामूहिक अवकाश पर चले जाने से अस्पताल में रूटीन के ऑपरेशन प्रभावित रहे। रही सही कसर बारिश ने पूरी कर दी। अस्पताल में अजमेर सहित नागौर, भीलवाड़ा आदि से आने वाले मरीज परेशान रहे। हालांकि ओपीडी एवं कुछ वार्डों में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर एवं सीनियर चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई। जनाना सहित जेएलएन अस्पताल में 20 से अधिक रूटीन के ऑपरेशन को टाला गया है।
संशोधन नहीं करने पर आंदोलन की बनाएंगे रणनीति

एसोसिएशन के अध्यक्ष देवराज राव ने कहा कि अगर बिल में संशोधन नहीं किया जाता है तो आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। पहले एक दिन का सामूहिक अवकाश किया है।
एनएमसी बिल गरीबों के साथ खिलवाड़
रेजीडेंट एसोसिएशन के जनरल सेकेट्री डॉ. दातार सिंह ने कहा कि लोकतांत्रिक सरकार में हमारे चुने प्रतिनिधियों सही तरीके से आमजनता की बात नहीं रखी, इस बिल में कई कमियां हैं। वहीं महिला रेजीडेंट डॉक्टर्स की अध्यक्ष डॉ. श्वेता शर्मा ने बताया कि एनएमसी बिल गरीबों के साथ खिलवाड़ है। इसमें टेलेन्ट का तिरस्कार हो रहा है।
आपातकालीन सेवाओं से भी दूर

रेजीडेंट डॉक्टर्स ने आपातकालीन सेवाओं से भी दूरी रखी। आईसीयू के साथ आपातकालीन इकाई में भी रेजीडेंट डॉक्टर्स ने सेवाएं नहीं दी गई।

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