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राजस्व मंडल: चार सदस्यों को हुआ कोरोना, मुकदमों में मिल रहीं केवल तारीखें

locationअजमेरPublished: Jan 14, 2022 09:55:34 pm

Submitted by:

bhupendra singh

इनमें दो सदस्यों को जाना था बिहार व उड़ीसा
रेवन्यू बोर्ड के अध्ययन के लिए राजस्व मंडल

शहर के साथ अब गांवों में भी बढ़ रहा संक्रमण

शहर के साथ अब गांवों में भी बढ़ रहा संक्रमण

अजमेर. राजस्व मंडल में कोरोना तेजी से फैल रहा है। 36 कर्मचारियों-अधिकारियों के बाद अब राजस्व मंडल के 4 सदस्य भी कोरोना महामारी की चपेट में आ गए हैं। मामले में खास यह है कि इन सदस्यों में से एक को बिहार तथा दूसरे को उड़ीसा जाकर वहां के रेवन्यू बोर्ड की कार्य प्रणाली का अध्ययन कर उसकी रिपोर्ट राजस्व मंडल अध्यक्ष को सौंपनी थी। वहीं अन्य सदस्य जिन्हें दूसरे राज्यों में जाकर वहां के रेवन्यू बोर्ड का अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार करनी थी उन्होंने अपनी फ्लाइट के टिकट कैंसिल करवा लिए हैं। उन राज्यों में कोरोना की स्थिति बिगड़ रही है।
अब वर्चुल ले रहे जानकारी

गौरतलब है कि राजस्व मंडल में लम्बित 65 हजार मुकदमों के त्वरित निस्तारण के लिए राजस्व मंडल के 7 सदस्यों को मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, पंजाब तथा उत्तराखंड के रेवन्यू बोर्ड की कार्य प्रणाली के अध्ययन के लिए जाना था। इसके बाद रिपोर्ट तैयार कर देनी थी। 7 में से केवल 2 ही जा सके। एक पंजाब तथा उत्तराखंड गए हैं। शेष सदस्यों को दूसरे राज्यों के रेवन्यू बोर्ड से कोर्डिनेट कर वर्चुअल माध्यम से मीटिंग कर प्रजेंटेशन तैयार करने के निर्देश दिए गए है। पिछले चार दिनों से मिल रही सिर्फ तारीखें
कोरोना के चलते राजस्व मंडल में पिछले चार दिनों से मुकदमों की सुनवाइ्र्र नहीं हो रही है। मुकदमों में केवल आगामी तारीखें दी जा रही है। इससे मुकदमों के निस्तारण पर असर पड़ रहा है। वहीं कोरोना के कारण राजस्व मंडल में केवल 50 प्रतिशत कार्मचारी ही एक दिन के अंतराल पर आ रहे हैं।
ऑन लाइन सुनवाई की व्यवस्था नहीं

हाई कोर्ट सहित अन्य न्यायालयों में जहां मुकदमों की ऑनलाइन सुनवाई की सुविधा है इसके उलट राज्य की सबसे बड़ी भूमि अदालत होने के बावजूद राजस्व मंडल में ऑनलाइन सुनवाई के लिए किसी भी स्तर पर पहल नहीं हो रही है। हालांकि राजस्व मंडल में लाखों रूपए खर्च कर ऑनलाइन सिस्टम तैयार किया गया है। सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। एलइडी टीवी सिस्टम और वाई-फाई लगाए हैं ही। लेकिन इसका लाभ नहीं मिल रहा है। न अधिवक्ता रूचि लेते हैं और न ही कर्मचारी ही। राजस्व मंडल में करीब 65 हजार मुकदमें पेंडिग चल रहे हैं।
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