यह है राजस्व मंडल की पेंडेंसी राजस्व मंडल में सर्वाधिक टीनेंसी एक्ट के 38 हजार 527 मुकदमे पेंडिंग हैं। जबकि राजस्थान भू-राजस्व अधिनियम के 23 हजार 621 , कोलोनाइजेशन एक्ट के 1989, सीलिंग के 857, पब्लिक डिमांड रिकवरी एक्ट के 67, डायरेक्ट लैंड रिकॉर्ड के 34, एसचीट एक्ट के 20, जमींदारी बिस्वेदारी के 6, जागीर, एबोलेशन एक्ट के 6, फोरेस्ट एक्ट के 11, लैंड रिफॉर्म एएसओई के 16 मुकदमें पेंडिंग चल रहे हैं। इनकी कुल संख्या 65 हजार 180 है।
2811 मुकदमे दर्ज, 2259 निपटे राजस्व मंडल में जिस रफ्तार से मुकदमे दर्ज होते हैं उनकी तुलना में उनका निपटारा नहीं होता है। हालांकि इस वर्ष के पांच महीनों में निस्तारण में तेजी आई है। राजस्व मंडल में जनवरी 2022 से मई 2022 तक 2 हजार 811 मुकदमे दर्ज हुए जबकि निपटारा 2 हजार 259 का ही हुआ। इसके लिए सदस्यों के 15 पद भरा होना भी प्रमुख कारण है।
ओडिशा मॉडल अपनाना होगा राजस्व विभाग के विशिष्ट शासन सचिव विश्राम मीणा के अनुसार राज्य में राजस्व मुकदमों के त्वरित निस्तारण के लिए ओडिशा राज्य की तर्ज पर कोर्ट केस मॉनिटरिंग सिस्टम, सीसीएमस विकसित करते हुए प्रकरण दर्ज होने से लेकर सुनवाई व निस्तारण होने तक डिजिटलाइजेशन की व्यवस्था करवाया जाना उचित होगा।