भौगोलिक दृष्टि से राजाखेड़ा संवेदनशील क्षेत्र है, जो तीन ओर से उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश की सीमाओं से घिरा हुआ है । यह चम्बल ओर उत्तनगन नदी के बहाव क्षेत्र के समानांतर बसा हुआ है। जिनसे उत्तर प्रदेश ओर मध्य प्रदेश की सीमा लग रही है।
उत्तर प्रदेश से आधा दर्जन सड़क मार्गो से कुछ किलोमीटर की ही दूरी है, ऐसे में पानी के अभाव में सूखी पड़ी उत्तनगन नदी मेंं कहीं से भी राजाखेड़ा होकर जिले में प्रवेश किया जा सकता है जबकि चम्बल नदी क्षेत्र में नाव से आवागमन हो रहा है। यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में आ-जा रहे है। चंबल में चलने वाली नाव में बड़ी संख्या में लोग अपनी बाइक भी लेकर आते है, जिनसे जिले में कहीं भी आसानी से विचरण कर सकें।
कहां-कहां से खुली के प्रवेश की राहें चम्बल नदी से मध्यप्रदेश के लिए राजाखेड़ा थाना क्षेत्र में दगरा वर्षला घाट, दिहोली थाना क्षेत्र में कछीयारा घाट पर अनेक नावें संचालित है। यहां नावों में क्षमता से कई गुना सवारियां अपने दोपहिया वाहनों सहित जिले में आते है और काम निपटा कर वाहनों सहित ही लौट जाते है। वहीं, उत्तरप्रदेश सीमा पर आगरा मार्ग, धनोला घाट मार्ग,कान्तरपुरा मार्ग , सिलावट मार्ग, पिनाहट मार्ग विधार मार्ग तो भारी यातायात के मुख्य मार्ग हैं ही दर्जनों अन्य छोटे रास्ते भी हैं । यहां सेे आसानी से क्षेत्र में बिना किसी पड़ताल के आ-जा रहे है।
इनका कहना…. जानकारी मिलने के बाद आवश्यक की जाएंगी। संबंधित पुलिस चौकी को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है। मनोज कुमार गुप्ता, पुलिस उपाधीक्षक, मनियां